कोलकाता : राज्य सरकार के खिलाफ कोरोना चिकित्सा उपकरण खरीद को लेकर अनियमितता का आरोप लगा है। मामला प्रकाश में आने के बाद गृह सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है। उक्त कमेटी पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।
राज्य सरकार ने स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का आवंटन किया है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसा लगता है कि वित्त विभाग द्वारा निविदा प्रक्रिया में ढील दिए जाने के बाद ऐसी कथित अनियमितताएं हुईं। जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को सौंपेगी।
प्रशासन ने कहा है कि यदि किसी के खिलाफ अनियमितताएं साबित होती हैं, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए आवंटित धनराशि में से अधिकतर राशि सेनेटाइजर, दस्ताने, मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और अन्य सामग्री खरीदने में खर्च की गई।
उधर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उम्मीद जताई है कि राज्य सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी बगैर किसी लीपापोती के जांच करेगी। राज्यपाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि आशा है कि इस मामले में जो लाभकारी है वह बेनकाब होगा और उसे बाहर किया जाएगा एवं जांच में कोई लीपापोती नहीं होगी।
राज्य में कोरोना संक्रमित की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते कल के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 3,000 से ज्यादा केस सामने आए हैं। वहीं 53 और मौत एक दिन में हुई है। हालांकि, 95 हजार से ज्यादा मरीज ठीक भी हुए हैं। कुल आंकड़ों को मिला लें तो बंगाल में कोरोना के कुल केस 1 लाख 25 हजार को पार कर गए हैं जबकि मरने वालों की संख्या 2,581 हो गई है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 3,169 नए केस सामने आए हैं। इसी के साथ कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,25,922 हो गई है। वहीं इस दौरान 53 और लोगों की मौत हो गई।