खट्टा मीठा होता है जेठानी-देवरानी का रिश्ता, आपसी समझ से दूर करें झगड़े

कोलकाता। जब हम शादी करते हैं और एक पूरे नए परिवार का हिस्सा बनते हैं, तो हमारे दिल में सबसे अच्छे इरादों के अलावा कुछ नहीं होता है। हम नई संस्कृति को अपनाना चाहते हैं और सभी को अपने परिवार के सदस्य के रूप में स्वीकार करना चाहते हैं। हालाँकि, हम सभी इतने भाग्यशाली नहीं हैं कि हमें अपने ससुराल वालों से स्वीकृति और प्यार की यह भावना मिले। जिस घर आप जा रही हैं आपको इस बात की जानकारी है कि वहाँ पहले ही एक बहू है, जो घर की बड़ी बहू अर्थात् जो अब आपकी जेठानी होगी। जेठानी के नाम से देवरानियाँ सोच में पड़ जाती हैं।

उन्हें लगता है कि जब घर में पहले से एक बहू है तो सास-ससुर उसी के सुर में सुर मिलायेंगे। या फिर सिर्फ उसकी बात ही मानी जाएगी। ऐसा नहीं है। आप अपने इस घर के सदस्यों के साथ पहले एक होने का प्रयास करें। धीरे-धीरे सभी को समझते हुए उनसे अपना रिश्ता मजबूत करें। फिर जेठानी-देवरानी के रिश्ते में कोई कमी नजर आए तो उसे आपसी समझ से सुलझाए। आज हम अपने खास खबर डॉट कॉम के पाठकों को इस रिश्ते के और कैसे मजबूत बना सकती हैं उसके बारे में बताएंगे।

सबसे पहले बनें दोस्त
यह सही है कि शादी से पहले और बाद में भी आपकी अपनी पसन्द होती है। ऐसे में आपको अपने ससुराल में अपनी जेठानी या देवरानी से उसी तरह से रहना चाहिए जिस तरह से आप शादी से पहले अपनी किसी सहेली के साथ रहती थी। जिस तरह से आप अपनी सहेली के साथ हर बात व चीज को साझा करती थीं उसी तरह आप अब भी कर सकती हैं। इसके साथ ही आप अपने व्यवहार से यह भी साबित कर सकती हैं कि यदि आपको घर में कोई दोस्त चाहिए तो वह आप हो सकती हैं।

यदि आप जेठानी हैं तो आप अपनी देवरानी पर हुकूमत न चलाएँ अपितु उसके साथ प्रेम से पेश आएं। और यदि आप देवरानी हैं तो अपनी जेठानी का मान सम्मान रखते हुए घर के लिए उनके फैसलों को मानने का प्रयास करें। हां अपनी राय जरूर दें। हो सकता है कुछ फसलों में आपकी राय कारगर साबित हो। इस तरह से दोनों के बीच एक सकारात्मक रिश्ता कायम हो सकेगा।

वाद-विवाद की स्थिति न बढ़ाएँ
परिवार में सास-ससुर और देवरानी जेठानी में झगड़े होना आम है। इसका कारण यह है कि दोनों ही अलग-अलग परिवार और माहौल से आती हैं। ऐसे में हो सकता है आपकी पसन्द एक-दूसरे से मेल न खाती हो। तमाम प्रकार के विरोधाभासों के बावजूद आपको रहना एक ही जगह है, इसके लिए जरूरी है कि आप दोनों अपने छोटे-छोटे विवादों को आपसी बातचीत के जरिये सुलझाने का प्रयास करें, क्योंकि कोई भी झगड़ा ज्यादा लंबे समय तक रिश्तों में दूरियाँ पैदा कर सकता है। वाद-विवाद को इतना बड़ा न बनने दें कि घर टूटने की नौबत आ जाए। इसके लिए दोनों को तय करना चाहिए कि जब भी किसी बात का बुरा लगे, कोई बात पसंद न आये, तो साफ-साफ बात कर इस मसले को सुलझा लें।

गृहकार्य में करें एक-दूसरे की मदद
घर में अक्सर देवरानी जेठानी के बीच घर के कामों को लेकर झगड़े होते रहते हैं। ऐसे में वह आपस में काम बांट कर घर का काम करती हैं लेकिन इनसे रिश्तों में दूरियाँ आ जाती हैं। ऐसे में आप दोनों को चाहिए कि घर के कामों में एक दूसरे की मदद करें और एक-दूसरे के कामों की प्रशंसा भी करें। अगर कभी खाना बनाने या अन्य कामों में कोई गलती हो भी जाए है तो उसे नजरअंदाज करें और बहनों की तरह प्यार से रहे।

कमियों को करें नजरअंदाज
कमियाँ हर किसी में होती हैं। ऐसे में एक घर में रहते हुए देवरानी को जेठानी की और जेठानी को देवरानी की कमियों के बारे में अच्छी तरह पता होता है। बात तब बिगड़ती है, जब दोनों एक-दूसरे की कमियाँ परिवार वालों के सामने बताती हैं। कई बार ऐसा होता है कि वे अपने ससुराल की बातों को पीहर वालों से बोल देती हैं आगे चलकर नुकसान दायक होता है। या फिर अपनी सास से अपनी देवरानी/जेठानी की कमियाँ बता देती हैं और सासू माँ भी नासमझी में जाकर यह बात दूसरी बहू को बता देती है, जिससे देवरानी-जेठानी में दूरियाँ बढऩे लगती हैं। अच्छा होगा यदि आप एक-दूसरे की कमियाँ को किसी को बताने के बजाय उन्हें नजरअंदाज करें या अपने आप तक सीमित रखें। इससे दोनों का मान-सम्मान बना रहेगा।

एक दूसरे के साथ समय बिताएं
देवरानी-जेठानी के रिश्ते में मजबूत तब आती है जब दोनों एक साथ अपने समय को व्यतीत करती हैं। विपरीत दिशाओं में रहते हुए इस रिश्ते की डोर कमजोर होती है। प्रयास करके घर पर रहते हुए अपना समय आपस में बिताएँ। ससुराल में बहनों की तरह रहें। हो सकता है कि आप दोनों के शौक एक जैसे ना हो लेकिन अगर आप दोनों को अपने रिश्ते में बहनों जैसा प्यार चाहिए तो जितना हो सके एक दूसरे के साथ समय बिताएं। ‘

ऐसा न हो कि वो दिनभर अपने कमरे में रहे और आप अपने कमरे में। आप लोगों को किचन में मिलकर काम करना चाहिए। बाजार भी एक साथ जाएँ। बस इतना ध्यान रखें कि इतनी ज्यादा बाचतीत भी न हो कि अपने राज उसे बता दें, मसलन शादी के पहले बॉयफ्रेंड था या मेरे पति का स्वभाव ऐसा है। कहीं बाद में झगड़ा हुआ, तो वह इस राज का फायदा उठा सकती हैं।

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