तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : ऊंची-ऊंची डिग्रियों वाले उच्च वर्गीय लोगों को लेकर समाज में कई तरह की सही गलत धारणाएं व्याप्त हैं। आम धारणा इनके आत्म केंद्रित होने को लेकर है। संभव है, इसमें कुछ हद तक सच्चाई भी हो, लेकिन इसके अपवाद भी होते है। इस वर्ग के बहुतों ने अपने सामाजिक सरोकार और मानवीय संवेदना को बखूबी साबित किया है। कोरोना काल में यह वास्तविकता बड़ी शिद्दत से उभर कर सामने आई है।
खड़गपुर की गोपाली युथ वेलफेयर सोसाइटी भी ऐसी ही संस्थाओं में शामिल है क्योंकि इससे जुड़े लोगों में ज्यादातर उच्च शिच्छित हैं, लेकिन कोरोना संकट के दौरान इसके सदस्यों ने जमीनी स्तर पर राहत अभियान चला कर अपना सामाजिक सरोकार बखूबी साबित किया। कोरोना काल में समाज के निर्धनतम वर्ग की सहायता में गोपाली यूथ वेलफेयर सोसाइटी की अग्रणी भूमिका रही।
आईआईटी के छात्र द्वारा बनाई गई संस्था में प्रो. दामोदर माईती, प्रो डीके माईती, प्रो भास्कर भौमिक, और मौसमी दासगुप्ता आदि ने महती भूमिका निभाई। पदाधिकारियों के मुताबिक श्रीमती मौसमी दासगुप्ता, न्यू जर्सी की निवासी हैं और विभिन्न कोविड 19 राहत अभियानों में विश्व स्तर पर सक्रिय रूप से भाग लेकर अपना योगदान दे रही हैं । गोपाली यूथ वेलफेयर सोसाइची और मौसमी दासगुप्ता ने मिलकर एक अनुदान संचय अभियान वन डोनेशन , वन फैमिली , वन मंथ चलाया ‘।
पदाधिकारियों के मुताबिक इसके लिए हमने आईआईटी खड़गपुर के प्राध्यापकों को शामिल किया और श्रीमती मौसमी दासगुप्ता ने अमेरिका में इस अनुदान संचय अभियान की शुरुआत की। हमने अपने फेसबुक पेज से भी एक फंडरेसर के माध्यम से चंदा जुटाया। 1650 रुपये की प्रत्येक किट में 25 किलो चावल, 3 किलो दाल, 2 लीटर तेल, 6 किलो आलू, 5 किलो प्याज, 400 ग्राम बिस्कुट, 1.2 किलो सोयाबीन, 1 किलो नमक, 30 अंडे और 2 साबुन शामिल थे।
हमने प्राध्यापकों के सहयोग और इन अभियानों के मदद से 450 खाद्य किटों के लिए सफलतापूर्वक राशि जुटाई है।लाभार्थियों के परिवार आईआईटी खड़गपुर के नज़दीकी गाँव के हैं। दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों, बीपीएल परिवारों, एपीएल परिवारों, वृद्ध और विकलांग व्यक्तियों के कई परिवारों तक संस्था ने ये मदद पहुंचाई ।वितरण दो चरणों में हुआ।
पहले चरण में 225 खाद्य किट वितरित किए गए। कुछ को लाभार्थियों के घरों तक पहुंचाया गया ,जबकि कुछ को गोपाली में सोसाइटी कार्यालय में वितरित किया गया । हम श्री कौशिक घोष और उनके मित्रों के आभारी हैं जिन्होंने कोलकाता से राशन का प्रबंध कर हम तक पहुंचने में अपना सहयोग दिया ।
पहले चरण में शामिल गाँव-गोपाली, भेटिया, हरियातरा ग्राम पंचायतें। चरण 2 के तहत नीचे सूचीबद्ध गांवों में एक और 225 खाद्य किट वितरित किए गए। द्वितीय चरण में शामिल गांव –पलझारी, रंगमेटिया, बेनापुर, काशीजोरा, तांगसोल, पुरबो गोपाली, पोरीपारा, अधारकुली, शकरपारा, खेलर। वितरण इन गाँवों में ही हुआ,इसके अतिरिक्त कुछ किट स्कूल में भी वितरित किए गए ।
लाभार्थियों को सूची तैयार करने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि सहायता सही खंड को प्रदान की गई है , हमने स्थानीय स्वयंसेवकों की मदद से उचित सर्वेक्षण किया और ग्राम पंचायतों के प्रधानों से एनओसी पर हस्ताक्षर लिए .