हेमताबाद (उत्तर दिनाजपुर): केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता (संशोधन) बिल (सीएए) और राष्ट्रव्यापी नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की घोषणा के बाद से ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मुखर होकर इसका विरोध करती रही हैं। कुछ दिनों पहले मतुआ समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि किसी भी सूरत में वह सीएए और एनआरसी को लागू नहीं होने देंगी। इस बीच मतुआ महासंघ ने ममता को झटका देते हुए सीएए का समर्थन किया है।
मतुआ महासंघ के केंद्रीय सचिव बाबूलाल बाला ने सीएए के समर्थन में उत्तर दिनाजपुर जिले के हेमताबाद में एक अहम बैठक की। बैठक में बाबूलाल बाला ने हेमताबाद सीएए के प्रति अपना पूरा समर्थन देने काे ऐलान किया। साथ ही उन्होंने कहा बंगाल के नामशूद्र समाज अभी भी विभिन्न सुविधाओं से वंचित हैं। बाबूलाल बाला ने कहा देश में सीएए लागू होने के बाद पश्चिम बंगाल के शरणार्थियों की समस्याएं ख़त्म हो जाएगी। इसके बाद वे भी विभिन्न सरकारी सुविधाओं का लाभ ले पाएंगे।
जंगल से आये हाथी धान की फसल को कर रहे तबाह : पानझोरा जंगल से आये एक हाथी ने चालसा की महाबाड़ी बस्ती के धान खेत को पूरी तरह नष्ट कर दिया। ये हाथी जंगल से रोजाना शाम को खाने की तलाश में निकल रहे हैं। हाथियों का झुंड कई बीघे धान के खेतों को उजाड़ रहा है। स्थानीय निवासियों के शोर मचाने और पटाखे फोड़ने के बाद हाथी जंगल वापस चला गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि हाथी पास के पानझोरा जंगल से निकले और मूर्ति नदी को पार कर इलाके में आ गए। आरोप है कि वनकर्मी भी इलाके में नजर नहीं आ रहे हैं। स्थानीय निवासियों की मांग है कि वनकर्मी रात के समय क्षेत्र में गश्त करें। हालांकि वन विभाग की ओर से आवश्यक उपाय करने का आश्वासन दिया गया है।