मुंबई : महाराष्ट्र के मुंबई और विभिन्न हिस्सों में मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच धूमधाम से भगवान गणेश की मूर्तियों के विसर्जन के लिए शोभा यात्रा शुरू की गई। ‘गणेश चतुर्थी’ उत्सव की शुरुआत सात सितंबर को हुई और मंगलवार को आज ‘अनंत चतुर्दशी’ के दिन लोग गणपति को विदाई देंगे।
इस 10 दिवसीय गणपति उत्सव के दौरान श्रद्धालु डेढ़ दिन, पांच दिन, सात दिन और आखिरी दिन (अनंत चतुर्दशी) पर गणपति को विदाई देते हैं। ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयघोष, प्रार्थना और भजनों के बीच शोभा यात्रा शुरू की गई।
गणपति विसर्जन के लिए फोर्ट, मझगांव, बायकुला, दादर और चेंबूर सहित मुंबई के विभिन्न हिस्सों से शोभा यात्रा अरब सागर और अन्य जल निकायों की ओर बढ़ीं।
इस दौरान लालबाग के श्रॉफ भवन में गणेश मूर्तियों पर फूलों की वर्षा करने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। अन्य पंडालों में भी गणपति के आखिरी दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी ।
अधिकारियों ने बताया कि शोभा यात्रा के दौरान मुंबई में 24 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
घरों तथा सार्वजनिक पंडालों में स्थापित गणेश मूर्तियों का विसर्जन शहर भर में 204 कृत्रिम तालाबों के साथ गिरगांव, दादर, जुहू, मार्वे और अक्सा समुद्र तटों जैसे 69 प्राकृतिक जल निकायों में किया जाएगा।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अनुसार, उसने शोभा यात्रा प्रबंधन के लिए 12 हजार से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को तैनात किया है। 71 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। इसने सुरक्षा उपाय के तौर पर शहर के समुद्र तटों पर 761 ‘लाइफगार्ड’ और 48 ‘स्पीड बोट’ तैनात की गई हैं।
इस दौरान नागरिकों को गहरे समुद्र में जाने से बचने की सलाह दी गई है।
शोभा यात्रा के दौरान 2500 से अधिक यातायात पुलिस कर्मी शहर भर में वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करेंगे। कुछ सड़कों पर प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा और कुछ मार्गों पर यातायात केवल एक ओर चालू रहेगा, जबकि कुछ स्थानों पर मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
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