सफलता के लिए आत्मविश्लेषण व अनुशासन जरूरी : दिव्येंदु बरुआ

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । महान से महान व्यक्ति भी गलतियां करते हैं। लेकिन सफलता के उच्चतम शिखर तक पहुंचने के लिए जरूरी है कि इस बात का ख्याल रखें कि ‘ब्लंडर’ करते जाना हमारी प्रवृत्ति न बनें। पश्चिम बंगाल के प्रथम ग्रैंड मास्टर व अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करने वाले दिव्येंदु बरुआ ने यह टिप्पणी रविवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर में 40 किशोरों के साथ एक प्रदर्शनी मैच खेलने के दौरान की। शहर के पुरातन बाजार स्थित शीतला भवन में आयोजित इस समारोह में बड़ी संख्या में शतरंज प्रेमी उपस्थित रहे। गौरतलब है कि अखिल भारतीय शतरंज संघ ने हाल ही में राज्य स्तर पर अखिल बंगाल शतरंज संघ को मान्यता दी है। उनके द्वारा मान्यता प्राप्त जिले का यह संगठन ‘वेस्ट मिदनापुर चेस एसोसिएशन’ है।

दिव्येंदु बरुआ ने कहा कि जिले के शतरंज खिलाड़ी इस संस्था के साथ रहें और फिलहाल उन्होंने काम करने के लिए इस संगठन के 4 लोगों को लेकर एक विकास समिति बनाई है। दिव्येंदु बरुआ ने उस समिति की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ये कल से जिले का काम संभालेंगे। उन्होंने कहा कि किसी मान्यता प्राप्त निकाय के साथ रहें ताकि भविष्य में राज्य या राष्ट्रीय स्तर के खेल खेलने में कोई कठिनाई न हो। इस अवसर पर उपस्थित अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों में श्यामल दत्ता, देवाशीष बरुआ, असित बरण चौधरी तथा तुहिन समेत बंगाल शतरंज संघ के महत्वपूर्ण सदस्य भी मौजूद थे।

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