कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लगभग 20 महीने के लंबे अंतराल के बाद नौवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल मंगलवार को फिर से खुल गए। स्कूलों के दोबारा खुलने से जहां बच्चों और शिक्षकों में खुशी है, वहीं अभिभावकों का एक वर्ग इसको लेकर चिंतित भी है। राज्य में प्राथमिक और आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए कक्षाएं फिलहाल ऑनलाइन रूप में ही जारी रहेंगी। राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा है कि धीरे-धीरे सभी विद्यार्थियों को कक्षाओं में वापस लाने के प्रयास जारी हैं।
राज्य सरकार द्वारा माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग समय में कक्षाएं शुरू करने के घोषित कार्यक्रम के अनुसार राज्यभर के विभिन्न स्कूलों के प्रवेश द्वारों पर विद्यार्थी सुबह से ही कतारबद्ध दिखाई दिए। इस दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि कोविड संबंधी मानक संचालन प्रक्रियाओं और मानदंडों का कड़ाई से पालन हो।
बता दें कि राज्य के शिक्षा मंत्री बसु ने कहा था, “छात्रों को शिक्षा की मुख्यधारा में वापस लाना आवश्यक है और इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 16 नवंबर से शैक्षणिक संस्थान खोलने की घोषणा की है। हम कक्षा 9 से 12वीं छात्रों के साथ शुरुआत कर रहे हैं। हम कुछ दिनों के बाद कोविड -19 स्थिति की समीक्षा करेंगे और धीरे-धीरे जूनियर स्तर से सभी कक्षाएं फिर से खोल दी जाएंगी।”