कोलकाता : फिल्म जगत से राजनीति में कदम रखने वाली सायोनी घोष आगामी लोकसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं और उनके सामने है पश्चिम बंगाल में इस समय का सबसे चर्चित मुद्दा ‘संदेशखाली’, जिसको लेकर वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बचाव में उतर आई हैं।
दक्षिण कोलकाता के जोधपुर पार्क के निकट एक अपार्टमेंट में रहने वाली 31 वर्षीय टीएमसी नेता का मानना है कि पार्टी द्वारा यादवपुर लोकसभा सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाया जाना उनके लिए घर वापसी जैसा है।
सायोनी ने विश्वास जताया कि संदेशखाली मुद्दे को बेहद अच्छी तरह से संभाला गया। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से साक्षात्कार में कहा, ”संदेशखाली में जो कुछ भी हुआ, उससे राज्य की महिलाओं में ममता बनर्जी के प्रति धारणा में कोई बदलाव नहीं आएगा।”
”असल बात तो यह है कि ममता देश की एकमात्र ऐसी महिला मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने दिखाया है कि कैसे बंगाल एक महिला पर सरकार चलाने में विश्वास रखता है।”
सायोनी ने विश्वास जताया कि ममता ने संदेशखाली मुद्दे को बेहद अच्छी तरह से संभाला और सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने (ममता) हालात को बिगड़ने नहीं दिया अन्यथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विवाद को साजिश में बदलकर इसे नंदीग्राम और सिंगूर में बदल देती।
सायोनी ने कहा, ”मुख्यमंत्री ने सभी आवश्यक और निर्णायक कार्रवाई की। उन्होंने शिकायत निवारण शिविर स्थापित किए, लोगों के गुस्से को शांत करने के लिए राजनीतिक प्रतिनिधिमंडल भेजे, जिलाधिकारियों और ब्लॉक कार्यालयों के माध्यम से जमीन वापस करने की प्रक्रिया शुरू की और सभी गिरफ्तारियां कीं।”
सायोनी निलंबित टीएमसी नेता और संदेशखाली मुद्दे के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख व उनके साथियों के बारे में टिप्पणी करने से बचती हुई नजर आईं। हालांकि वह क्षेत्र के नेताओं के खिलाफ राज्य पुलिस की कार्रवाई की सराहना करने से खुद को नहीं रोक सकीं।
उन्होंने कहा, ”बंगाल पुलिस ने वह काम कर दिखाया, जो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) नहीं कर सकीं। अगर उच्च न्यायालय के फैसले में विसंगति न होती तो शाहजहां की गिरफ्तारी पहले ही हो सकती थी। केंद्रीय एजेंसियां अपने काम में विफल रही। उन्हें शेख को गिरफ्तार करने से किसने रोका?”
सायोनी ने कहा, ”संदेशखाली में जो कुछ भी हुआ, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं किसी भी तरह से इसका बचाव करने की कोशिश नहीं कर रही हूं। लेकिन यह सिर्फ एक घटना है और इसके प्रभाव को बेहद अच्छी तरह से नियंत्रित किया गया है।”
सायोनी ने फरवरी 2021 में राजनीति में कदम रखा और आसनसोल-दक्षिण विधानसभा सीट पर टीएमसी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। उन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
विधानसभा चुनाव में हाल के एक महीने के भीतर ही सायोनी को पार्टी की युवा शाखा का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया, जिसपर अभिषेक बनर्जी काबिज थे। सायोनी अभिनय को अपना ‘पहला प्यार’ और राजनीति को अपना ‘आखिरी प्यार’ करार देती हैं।
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