कोलकाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत पांच दिवसीय दौरे पर बुधवार को कोलकाता आ रहे हैं। यह जानकारी संघ के दक्षिण बंगाल प्रचार प्रमुख विप्लव राय ने मंगलवार को दी। कोलकाता प्रेस क्लब में मीडिया से मुखातिब रॉय के साथ पूर्वी क्षेत्र संघचालक अजय नदी और महानगर प्रचार प्रमुख शुभजीत बनर्जी भी मौजूद थे। नंदी ने बताया कि 19 तारीख को अपने दौरे के पहले दिन संघ प्रमुख शहर की कुछ प्रमुख हस्तियों सहित संघ के अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे। 22 जनवरी तक उनका मुलाकात का कार्यक्रम चलेगा जिसमें समाज के विभिन्न तबके के लोगों के साथ-साथ संघ से जुड़े समान विचार परिवार के लोग भी शामिल होंगे।
इसके बाद 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर नेताजी इनडोर स्टेडियम में बड़ा कार्यक्रम होगा जिसमें हजारों की संख्या में स्वयंसेवक गणवेश में उपस्थित होंगे। राय ने बताया कि एक महीने में 10 हजार से अधिक गणवेश संघ के प्रदेश कार्यालय केशव भवन से वितरित किया गया है। नंदी ने बताया कि 1921 में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस से मुलाकात की थी। दोनों ने माना था कि देश को आगे ले जाने के लिए अनुशासित संगठन की जरूरत है। इसके बाद नेताजी ने आजाद हिंद फौज का नेतृत्व किया और 1925 में डॉक्टर जी ने 12 स्वयंसेवकों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की।
बाद में जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस नागपुर में एक ट्रेन से गुजर रहे थे तब उन्होंने स्टेशन के पास स्वयंसेवकों का पथ संचलन देखा। इसके बाद डॉक्टर जी से मिलने के लिए जून 1940 में नागपुर के गए थे लेकिन तब डॉक्टर जी की सेहत काफी गंभीर थी और उनका देहावसान हो जाने की वजह से बहुत अधिक बात नहीं हो पाई थी। उन्हीं यादों को संजो कर 23 जनवरी को शहीद मीनार में “नेता जी को लौह प्रणाम” कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके जरिए स्वयंसेवक नेताजी की जीवनी और देशभक्ति से शारीरिक और बौद्धिक प्रेरणा लेंगे।