नयी दिल्ली। सहारा इंडिया परिवार के संस्थापक ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय का लंबी बीमारी के बाद दिल का दौरा पड़ने से मंगलवार को निधन हो गया। वह 75 वर्ष के थे। रॉय के निधन पर शोक जताते हुए सहारा इंडिया समूह ने एक बयान में कहा, “गहरे दुख के साथ सहारा इंडिया परिवार हमारे ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा, प्रबंध कार्यकर्ता और अध्यक्ष, सहारा इंडिया परिवार के निधन की सूचना दे रहा है।
“सहाराश्री जी एक प्रेरणादायक नेता और दूरदर्शी थे, जिनका 14 नवंबर को रात 10.30 बजे मेटास्टैटिक घातकता, उच्च रक्तचाप और मधुमेह से उत्पन्न जटिलताओं के साथ लंबी लड़ाई के बाद कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण निधन हो गया। उन्हें कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य में गिरावट के बाद 12 नवंबर को उन्हें मुंबई के मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (केडीएएच) में भर्ती कराया गया।”
समूह ने कहा, “उनकी क्षति पूरे सहारा इंडिया परिवार को गहराई से महसूस होगी। सहाराश्री जी उन सभी के लिए मार्गदर्शक शक्ति, मार्गदर्शक और प्रेरणा के स्रोत थे, जिन्हें उनके साथ काम करने का सौभाग्य मिला।” इसमें कहा गया है, “अंतिम संस्कार के संबंध में विवरण उचित समय पर सूचित किया जाएगा।” इसमें यह भी कहा गया कि सहारा इंडिया परिवार रॉय की विरासत को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और संगठन को चलाने में उनके दृष्टिकोण का सम्मान करना जारी रखेगा।
हैरानी की बात यह है कि वहअपने अंतिम समय में परिवार का भी साथ नहीं पा सके। दरअसल सहारा समूह के चेयरमैन सुब्रत राय अपने पीछे पत्नी स्वप्ना राय और दो बेटों सुशांतो और सीमांतो को छोड़ गए हैं, जो की बीते कई सालों से विदेश में रह रहे हैं। ऐसे में जब सुब्रत रॉय बीमारी के कारण मुंबई शिफ्ट हुए उस वक्त भी उनका परिवार उनके साथ नहीं रहा। वहीं जीवन के अंतिम समय में सभी उनका परिवार उनके साथ नहीं रहा।