राज कुमार गुप्त, कोलकाता : मीडिया और सोशल मीडिया दोनों ही आज जीवन के अभिन्न अंग बन गए हैं। इसलिए किसी भी तरह के जागरुकता अभियान के लिए इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। मीडिया को ऐसे ही चौथे स्तंभ की संज्ञा नहीं दी गई है। आज के समय संचार एक ऐसा माध्यम है जिसमें आम लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बताकर उनको प्रभावी ढंग से जागरूक एवं उनके व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। वर्तमान समय में युवा वर्ग सोशल मीडिया का उपयोग अधिक करते हैं, साथ ही कुछ वरिष्ठ नागरिक भी, अतः मिडिया का उपयोग कर समाज के बड़े वर्ग को स्वास्थ्य मुद्दों के लाभ और हानि के संबंध में बताया और जागरूक किया जा सकता है और ऐसा किया भी जा रहा है। संचार रणनीति से स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र मे ग्रामीण स्तर तक कार्य योजना बनाने मे मदद मिल रही है।
लोगों में अच्छी स्वास्थ्य के लिए व्यवहार परिवर्तन हेतु पांच स्तरों पर लोगों से संवाद करना होगा जैसे – वैयक्तिक स्तर पर, पारिवारिक स्तर पर, सामाजिक स्तर पर, संस्था के स्तर पर तथा मिडिया द्वारा और इसमें मिडिया और सोशल मीडिया की बहुत बड़ी भूमिका है।
भारत में स्वास्थ्य विभाग के पास स्वाथ्यकर्मियों, संस्थाओं और अन्य सहयोगी संस्थाओं की बड़ी संख्या होने के बावजूद स्वास्थ्य सूचकांकों में अपेक्षित बदलाव नहीं हो पा रहा है। इसके लिए सेवा प्रदाताओं के व्यवहार में भी परिवर्तन लाना जरूरी है और यह परिवर्तन मीडिया द्वारा इन मुद्दों को बार-बार उठाए जाने पर ही हो सकता है। किसी भी व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन के लिए मिडिया द्वारा उन सभी व्यक्तियों को जागरूक करना होगा जिससे संबंधित व्यक्ति या लोगों के समूह के व्यवहार को प्रभावित किया जा सके।
किसी भी बीमारी से निपटने से बेहतर है, उससे बचाव के इंतजाम किए जाएं। बीमारी फैले ही नहीं इसके लिए सभी लोगों को जागरूक करना होगा। ऐसे में मीडिया को भी स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार में अपनी सकारात्मक भूमिका और भी ज्यादा निभाने की जरूरत है, हालांकि इन दिनों इलेक्ट्रॉनिक्स और सोशल मीडिया के प्रचार प्रसार से लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पहले की अपेक्षा काफी अधिक हुई है। इसका ताजा उदाहरण वैश्विक महामारी कोरोना संकट का दौर है। कोरोना संकट के दौर में मीडिया की भूमिका सराहनीय रही है। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के समय में सूचनाओं के प्रसारण, विश्लेषण और आयामों को लेकर जिस तरह की संजीदा भूमिका मीडिया ने अदा की है, वह अत्यंत ही प्रशंसनीय व सराहनीय है। मार्च 2020 से ही इस वैश्विक महामारी के दौरान मीडिया ने सूचना, शिक्षा, जागरूकता के मामले मे समाज में अहम और विश्वसनीय साझेदार की भूमिका निभाई है। ताकि देश और विश्व के लोगों को इस संकट से उबरने में जागरूक किया जा सके और वे खुद को कोरोना संक्रमण से बचा सके।
जब भी कोई मुश्किल की घड़ी सामने होती है तब लोगों को उसके पीछे के कारण और परिणाम तथा उससे बचाव की जानकारी की जरूरत होती है। ऐसे में लोगों की इन सभी जरूरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी मीडिया की होती है। कोरोना महामारी के वक्त में लोगों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी का पालन करने, हाथों को लगातार धोने, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और नियमित व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए। जनता को कोविड-19 के वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में भी मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका प्रशंसनीय है। आगे भी मीडिया को स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति अपनी सशक्त भूमिका निभाने की सतत जरूरत है।