श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और सांसद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर कभी भी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बनेगा और हमेशा भारत के साथ ही रहेगा,चाहे कुछ भी हो जाए और भले ही आतंकवादी उन्हें गोलियों से छलनी क्यों नहीं कर दें।लोगों के अस्तित्व के लिए देश में विभाजन की राजनीति को समाप्त किया जाना है और लोगों को धार्मिक आधार पर बांटे जाने की प्रवृत्ति पर राेक लगानी है।
अब्दुल्ला ने हाल ही में आतंकी हमलों में मृत प्रिंसिपल सुपिंदर कौर के अंतिम अरदास में श्रीनगर में गुरूद्वारा शहीद बंगला, भगत में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से कहा “ याद रखो, मैं यहां कभी भी पाकिस्तान नहीं बनने दूंगा, हम भारत का हिस्सा हैं और आगे भी भारत का हिस्सा बने रहेंगे,चाहे कुछ भी हो जाए। आतंकवादी हमारी सोच काे नहीं बदल सकते, चाहें तो मुझे गोली मार सकते हैं। हम सबको एक साथ मिलकर उनसे लड़ना है और घबराना नहीं है।
जो शिक्षक युवा बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं उनकी हत्या करने से इस्लाम का कोई मकसद हासिल नहीं होगा।”
उन्होंने पत्रकारों से कहा “ देश में विभाजनकारी राजनीति को समाप्त करना चाहिए और अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। देश में एक तूफान सा उबल रहा है और हिन्दू तथा मुस्लिमों को बांटा जा रहा है। इस तरह की प्रवृत्ति को रोका जाना है और इस पर रोक नहीं लगाई गई जो भारत का अस्तित्व नहीं बचेगा।