मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज की अनुषंगी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लि0 (आरएनईएसएल) ने ब्रिटेन की बैटरी प्रौद्योगिकी कंपनी फैराडियन की सम्पूर्ण हिस्सेदारी अधिग्रहीत करने की शुक्रवार को घोषणा की। फैराडियन बिजली संग्रह वाली सोडियम-आयन वाली बैटरी के विभिन्न पहलुओं की प्रौद्योगिकी में अग्रणी बतायी जाती हे और वैश्विक स्तर पर काम करती है। रिलांयस इंडस्ट्रीज ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि उसने यह सौदा 10 करोड़ पौंड करीब एक हजार करोड़ रुपये में किया है।
आरएनईएसएल अधिग्रहीत कंपनी का कारोबार बढ़ाने के लिए और नये उत्पादों को बाजार में तेजी से पेश करने के लिए उसमें ढाई करोड़ पौंड की अतिरिक्त पूंजी भी लगाएगी। रिलायंस ने कहा है कि वह भारत में जामनगर में धीरुभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा काम्पलेक्स में फैराडियन की अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करेगी। रिलायंस इंडस्ट्री जामनगर में बैटरी (बिद्युत स्टोरेज) की विशाल फैक्ट्री लगाने वाली है। फैराडियन का काम शेफील्ड और आक्सफोर्ड से अपना परिचालन कराती है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अनुसार फैराडियन की सोडियम-आयन प्रौद्योगिकी लिथियम-आयन और सीसी-अम्ल बैटीरी जैसे उत्पादों की तुलना में बहुत अच्छी है। कंपनी ने अनुसार उसकी प्रौद्योगिकी स्वस्थ प्रौद्योगिकी है क्यों कि इसमें कोबाल्ट, लिथियम, तांबा या ग्रैफाइट पर निर्भर नहीं करती है। इसकी बैटरी की लागत कम होती है और रीचार्ज ज्ल्दी हो जाती है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने कहा है कि इस अधिग्रहण से भारत में नयी ऊर्जा का सबसे उन्नत और समन्वित औद्योगिक परिवेश विकसित करने और भारत को स्टोरेज बैटरी के क्षेत्र में अग्रिक कतार में स्थापित करने की हमारी महत्वाकांक्षा को बल मिलेगा तथा इस दिया में और प्रगति होगी।