कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षा भर्ती घोटाले में CBI ने पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के एक करीबी रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने प्रसन्ना कुमार रॉय नाम के एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया है। इस मामले में CBI पार्थ चटर्जी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। CBI के सूत्रों ने कहा कि बिचौलिए प्रदीप शिंग को एजेंसी ने पहले पकड़ा था। प्रदीप से पूछताछ के बाद प्रसन्ना कुमार का नाम सामने आया। सीबीआई को पता चला है कि प्रसन्ना के पास भी शहरभर में अकूत संपत्ति है। अब सीबीआई इसकी जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी प्रसन्ना को आज अलीपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा। बताया जा रहा है कि शिक्षा भर्ती घोटाले में प्रसन्ना रॉय ने भी अहम भूमिका निभाई थी। प्रसन्ना पर अपात्र उम्मीदवारों के साथ नियोक्ताओं (Employers) से संपर्क करने के बदले में पैसे लेने का आरोप लगाया जा रहा है। अर्पिता मुखर्जी के घर से पहले ED ने नोटों का जखीरा बरामद किया था। फिर जांच आगे बढ़ी तो एजेंसी को अर्पिता के चार फ्लैटों की जानकारी मिली, और फिर ईडी को अर्पिता की लग्जरी कारों का पता चला था।
ईडी ने 23 जुलाई को अर्पिता के फ्लैट पर पहली बार छापा मारा था। इस दौरान ईडी को करीब 21 करोड़ रुपये कैश मिला था। इतना ही नहीं ईडी ने अर्पिता के घर से 20 मोबाइल और 50 लाख रुपये की ज्वैलरी भी बरामद की थी। ईडी को अर्पिता के घर से करीब 60 लाख की विदेशी करेंसी भी मिली थी। इसके बाद 27 जुलाई को भी ईडी ने अर्पिता की एक और प्रॉपर्टी पर कार्रवाई की थी।
उस कार्रवाई में 27 करोड़ कैश और 4.31 करोड़ का सोना जब्त किया गया था। बड़ी बात ये रही कि ईडी ने जांच के दौरान 4 हार, 18 इयरिंग्स भी अपने कब्जे में ली हैं। बाद में ईडी ने अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी शिक्षा भर्ती घोटाले के आरोप में प्रेसिडेंसी जेल में बंद हैं।