नयी दिल्ली। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए बयान पर बीजेपी नेताओं ने ‘इंडिया’ गठबंधन को घेरा है। इस बयान के विरोध में दिल्ली बीजेपी ने तमिलनाडु भवन के सामने प्रदर्शन किया। बीजेपी नेता रविशंकर ने सोमवार को कहा, ”उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के ख़िलाफ़ की गई अपनी बेशर्मा भरी टिप्पणी को दोहराया है। उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, कोरोना और मलेरिया से की है।”
रविशंकर बोले, ”इस मुद्दे पर राहुल गांधी क्यों खामोश हैं? राहुल गांधी मंदिर मंदिर घूमते हैं, जल चढ़ाते हैं, अपने गोत्र की बात करते हैं। नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव क्यों ख़ामोश हैं? ये स्पष्ट है कि वोटबैंक की राजनीति के लिए घमंडिया संगठन का जमावड़ा है, ये हिंदू धर्म का विरोध कर रहे हैं। इनकी बुनियादी सोच हिंदू विरोधी है।”उदयनिधि के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की भी टिप्पणी आई है।
एएनआई से बात करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, ”सनातन को कुचलने की हसरत वाले कितने ही खाक हो गए। हिंदुओं को मिटाने के ख़्वाब पाले कितने ही राख हो गए।’ इंडिया गठबंधन को घेरते हुए अनुराग ठाकुर बोले, ”घमंडिया गठबंधन के घमंडियों, तुम और तुम्हारे मित्र रहें या ना रहें। सनातन था, सनातन है और सनातन रहेगा। ये बार-बार हिंदुओं पर हमला करने का प्रयास घमंडिया गठबंधन के एक के बाद दूसरे नेता ने किया है।”
उदयनिधि स्टालिन ने सोशल मीडिया पर सफाई दी
उदयनिधि स्टालिन ने अपने बयान पर हुए विवाद के बाद सोशल मीडिया पर सफाई दी। उदयनिधि ने लिखा, ”मैंने कभी भी उन लोगों को मिटाने की बात नहीं की जो सनातन धर्म को मानते हैं, सनातन धर्म एक सिद्धांत है जो जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बाँटता है।” सनातन धर्म कुछ ऐसा है, जो स्थायी है और परिवर्तनीय नहीं है, जबकि द्रविड़ विचारधारा परिवर्तन का प्रचार करती है और द्रविड़ अवधारणा में हर कोई समान है, कोई भेदभाव नहीं है। सनातन धर्म ने लोगों को जातियों में बांट रखा है, जो मानवता के लिए हितकर नहीं है। उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ लोग उनकी बात को घुमाकर यह कहने की बचकाना हरकत कर रहे हैं कि उन्होंने सनातन धर्म में विश्वास करने वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान किया था।