नयी दिल्ली। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के सपने को पूरा करने के लिए निरंतर कदम उठा रही सरकार ने रविवार को 780 ऐसे और उत्पादों तथा उपकरणों की तीसरी सूची जारी की जिनका आयात नहीं किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह सूची जारी करते हुए कहा कि इससे रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा किए जा रहे आयात में कमी आएगी।
इस सूची को निश्चित समय के साथ मंजूरी दी गई है जिसमें कहा गया है कि निर्धारित समय-सीमा के के बाद इन उत्पादों को केवल घरेलू उद्योग से खरीदा जाएगा।
इसका विवरण रक्षा मंत्रालय की संबंधित वेबसाइट पर दिया गया है। सूची में उल्लिखित समय-सीमा के बाद ही उन्हें भारतीय उद्योग से खरीदा जाएगा। रक्षा मंत्रालय इससे पहले भी इसी तरह की दो सूची जारी कर चुका है जिनमें 458 उपकरणों को देश में ही बनाने तथा विकसित करने की बात कही गई है। पहली सूची के तहत जारी किए गए 167 उत्पादों का स्वदेशीकरण किया जा चुका है और अब इनका आयात नहीं किया जाएगा। इन उत्पादों का स्वदेशीकरण ‘मेक’ श्रेणी के अंतर्गत किया जाएगा।
‘मेक’ श्रेणी का उद्देश्य भारतीय उद्योग की अधिक भागीदारी से आत्मनिर्भरता हासिल करना है। उद्योग द्वारा उपकरणों, प्रणालियों, प्रमुख प्लेटफार्मों के डिजाइन और विकास या उनके उन्नयन से जुड़ी परियोजनाएं इस श्रेणी के अंतर्गत शुरू की जा सकती हैं। इन उत्पादों के स्वदेशीकरण से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की आयात पर निर्भरता कम होगी। इसके अतिरिक्त, इससे घरेलू रक्षा उद्योग की डिजाइन क्षमताओं को मजबूती मिलेगी और इन प्रौद्योगिकियों में भारत की स्थिति डिजाइन लीडर की होगी।