मुंबई। दक्षिण भारतीय फिल्मों के महानायक रजनीकांत आज 71 वर्ष के हो गये। बतौर बस कंडक्टर अपने करियर की शुरूआत कर दक्षिण भारतीय फिल्मों के महानायक बनने वाले रजनीकांत को यह मुकाम पाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा। 12 दिसंबर 1950 को बंगलुरू में जन्में रजनीकांत मूल नाम शिवाजी राव गायकवाड बचपन के दिनों से ही फिल्म अभिनेता बनना चाहते थे। रजनीकांत ने परिवार की मदद करने के लिए कारपेंटर से लेकर कुली तक का काम किया। इसी बीच उनका झुकाव सिनेमा की तरफ बना रहा। वह अक्सर स्कूल प्ले में हिस्सा लेते थे।
स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद रजनीकांत ने बंगलुरू ट्रांसपोर्ट सर्विस में बतौर बस कंडक्टर काम करना शुरू कर दिया। रजनीकांत की फिल्मों दिलचस्पी थी और वह एक्टिंग करना चाहते थे। इसी शौक की वजह से उन्होंने 1973 में मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट से एक्टिंग में डिप्लोमा लिया। रजनीकांत कंडक्टरगिरी करते देख सिगरेट उछाल कर पीना, गॉगल के साथ खेलना करते रहते थे। यह एक नाटक के मंचन के दौरान फिल्म निर्देशक के. बालाचंदर उनसे मिले और उनके समक्ष उनकी तमिल फिल्म में अभिनय करने का प्रस्ताव रखा।
वर्ष 1975 में के.बालचंद्र के निर्देशन में बनी तमिल फिल्म अपूर्वा रागांगल से रजनीकांत से अपने सिनेमा करियर की शुरूआत की। इस फिल्म में कमल हसन ने मुख्य भूमिका निभाई थी। वर्ष 1978 में प्रदर्शित तमिल फिल्म भैरवी में रजनीकांत को बतौर मुख्य अभिनेता के रूप में पहली बार काम करने का अवसर मिला। यह फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुई साथ हीं रजनीकांत भी सुपरस्टार बन गए। वर्ष 1980 में रजनीकांत की एक और सुपरहिट फिल्म बिल्ला प्रदर्शित हुई। बिल्ला अमिताभ की सुपरहिट फिल्म डॉन की रिमेक थी।