तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । रेल महकमे में लोको पायलट्स और गार्डस की लाइनॉक्स व्यवस्था को समाप्त कर ट्राली बैग नीति अपनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक आगामी 1 जून से ट्रालीबैग नीति महकमे में लागू हो जाएगी। खड़गपुर रेल मंडल के तमाम रनिंग स्टाफ “रनिंग स्टाफ ज्वाइंट फोरम” के बैनर तले इस नीति का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। इस क्रम में मंगलवार को खड़गपुर स्थित मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के समक्ष फोरम की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया और इसे लेकर संबंधित कार्यालय में स्मार पत्र जमा कराने की बात भी कही गई।
इस प्रदर्शन में दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस, दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन, दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ, ऑल इंडिया गार्ड काउंसिल तथा ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के तमाम प्रतिनिधि उपस्थित रहे। जिनमें बी. लाहा, एम.के. तिवारी, रामनरेश, विष्णु पद पात्रा, टी. हरिपद राव, टी. हरिहर राव तथा जी.पी. यादव प्रमुख रहे। अपने संबोधन में नेताओं ने कहा कि गार्ड व लोंको पायलट्स किसी भी सूरत में ट्रॉली बैग ढोने के पक्ष में नहीं है। इससे उन्हें कर्तव्य निर्वहन में दिक्कतें होंगी। लिहाज़ा फिलहाल लाइन बॉक्स प्रणाली को ही कायम रखने की आवश्यकता है। दूसरे विकल्पों पर भी गौर किया जा सकता है।
नेताओं ने कहा कि आज AIGC/SER के जोनल सेक्रेटरी डी. मित्रा अपनी पूरे टीम के साथ लाइन बॉक्स हटाने के मुद्दे पर रेल महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा और बेबाक तरीके से अपनी बात रखी। महाप्रबंधक ने भी इनकी बातों को समय देकर सुना। लेकिन वे अपनी बात रखते हुई बोली… मैं आपकी चिंता को समझ रही हूँ, लेकिन रेल हित में अब और लाइन बॉक्स को नही ढोया जा सकता है। जोनल सेक्रेटरी ने लाइन बॉक्स को ब्रेक यान और लोको में शिफ्ट करने की बात रखी।
महाप्रबंधक ने कहा कि 30 मई को लाइन बॉक्स मुद्दे पर एक बैठक होगी। पर्सनल सेक्रेटरी बिनीत कुमार गुप्ता ने मीटिंग में मित्रा को रहने और बात रखने को कहा। उन्होनें लाइन बॉक्स को एक महीने तक वर्तमान स्थिति में रहने का संकेत दिया।