कोलकाताः पुलिस को गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली कि बीरभूम के नलहटी थाना क्षेत्र के चंदननगर गांव में एक पत्थर खदान में विस्फोटक रखा गया है। उसी सूचना के आधार पर पुलिस ने देर रात खदान में छापेमारी की। उस वक्त पुलिस अधिकारियों को खादन के घर से 24000 जिलेटिन की छड़ें, 21000 डेटोनेटर और 14 बैग अमोनियम नाइट्रेट मिले थे। जिला पुलिस ने शुक्रवार रात से चल रही सर्चिंग के दौरान नलहटी थाना क्षेत्र के चंदननगर गांव से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है।
बताया जाता है कि परित्यक्त पत्थर खदान में विस्फोटक और डेटोनेटर का भंडारण किया गया था। गौरतलब है कि एक साल से अधिक समय पहले रामपुरहाट में बोगतोई नरसंहार के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अवैध बम, हथियार और विस्फोटकों की बरामदगी का आदेश दिया था। लेकिन यह काम नहीं किया।
पत्थर खदान इलाके में कई जगहों से विस्फोटक बरामद किये गये हैं, उदाहरण के तौर पर रामपुरहाट थाने की पुलिस ने कुछ महीने पहले रदीपुर गांव से भारी मात्रा में जिलेटिन की छड़ें और डेटोनेटर बरामद किये थे, लेकिन इलाके में यह कारोबार अब भी जारी है. 2022 में बीरभूम के मोहम्मदबाजार में एसटीएफ ने एक ट्रक से 81 हजार जिलेटिन की छड़ें बरामद की थीं। घटना की जांच के बाद चंदननगर गांव के पास एक खाई की तलाशी ली गई।
वहां बड़ी मात्रा में विस्फोटक मिले। उस घटना की जांच का जिम्मा एनआईए ने उठाया।गुरुवार को कोलकाता से एनआईए के अधिकारी दिल्ली की तिहाड़ जेल गए और सहगल हुसैन से पूछताछ की। जांचकर्ताओं के मुताबिक सहगल पुलिस की मदद से विस्फोटकों की तस्करी के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाता था। इस विस्फोटक का इस्तेमाल पत्थर उत्खनन में किया जाता है। पुलिस को सब पता है।
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