तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के साथ सोमवार को जंगल महल में वाममोर्चा ट्रेड यूनियनों ने भी जुगलबंदी की। किसानों के समर्थन में पश्चिम मेदिनीपुर जिला मुख्यालय मेदिनीपुर में सहयोगी संगठनों ने धरना प्रदर्शन के साथ सांकेतिक पथावरोध भी किया। इस दौरान उपस्थित नेताओं में प्रबीर गुप्ता, मिहिर पहाड़ी , सुभाष लाल , विश्वनाथ दास तथा शक्ति भट्टाचार्य प्रमुख रहे। जुलूस की शक्ल में कलेक्टरेट पहुंचे वामपंथी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में आंदोलनरत किसानों का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार इस हद तक संवेदनहीन है कि कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठे किसानों की उसे कतई चिंता नहीं।
आखिर कोई सरकार और इसके राजनेता इस हद तक निष्ठुर कैसे हो सकते हैं। आंदोलन कर रहे किसानों को अपनी जमीन की चिंता है और वे सरकार से बस न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी चाहते हैं। एक न्यायसंगत आंदोलन के इतना लंबा खिंचने के लिए पूरी तरह से केंद्र जिम्मेदार है। किसान हित का ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा और सत्ता में बैठे राजनेता बातचीत से पहले ही इसका निदान कर सकते थे। सब जानते हैं कि सरकार की नकेल किनके हाथों में है।