पोद्दार वर्ल्ड स्कूल में सरकार के कोविड दिशानिर्देशों के अनुरूप कक्षाएं शुरू करने की तैयारी

  • छात्रों को स्कूल भेजने के लिए स्कूल ने माता-पिता से ली पूर्व सहमति
  • सभी शिक्षकों ने ली कोविड-19 टीके की कम से कम पहली खुराक
  • 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए प्रति कक्षा केवल 50 फीसदी क्षमता के साथ फिर से खुलेंगे स्कूल

जयपुर। पोद्दार वर्ल्ड स्कूल की सभी शाखाओं में सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप कक्षाएं शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली गई हैं। सभी शाखाओं में विद्यार्थियों के लिए 5 स्तर का पोद्दार प्रोटेक्शन चक्रव्यूह तैयार किया गया है, ताकि उन्हें कोविड-19 महामारी की आशंका से बचाया जा सके। पोद्दार वर्ल्ड स्कूल ने हाल ही में ‘बैक टू स्कूल’ की घोषणा के मद्देनजर अपने पोद्दार प्रोटेक्शन चक्रव्यूह के तहत प्रत्येक छात्र को प्रदान की जाने वाली 5 स्तर की सुरक्षा के बारे में अपनी तैयारियों को साझा किया।

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी के कारण बंद पड़े स्कूलों को आगामी 1 सितंबर से फिर से खोलने के आदेश राज्य सरकार ने जारी कर दिए हैं। सरकार ने 9वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को 50 फीसदी क्षमता में फिर से खोलने के आदेश जारी किए हैं।

पोद्दार एजुकेशन के चेयरमैन राघव पोद्दार ने कहा, ”हम इस बात को लेकर बेहद उत्साहित हैं कि लंबे अंतराल के बाद विद्यार्थी स्कूल के माहौल का अनुभव करेंगे, हालांकि इस उत्साह के साथ ही चिंता भी जुड़ी है और हम समझते हैं कि माता-पिता भी अपने बच्चों को इस कठिन समय के दौरान स्कूलों में भेजने को लेकर चिंतित होंगे। इसलिए हमने विद्यार्थियों के लिए 5 स्तर का पोद्दार प्रोटेक्शन चक्रव्यूह या पोद्दार प्रोटेक्शन चक्र तैयार किया है।

हम पूरी सुरक्षा और बचाव सुनिश्चित करेंगे। इस दौरान छात्रों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए निगरानी की जाएगी और साथ ही यह भी देखा जाएगा कि उन्होंने नियमित तौर पर मास्क पहना है या नहीं। परिसर में प्रवेश करते समय तापमान की जांच भी की जाएगी। इसके साथ ही समय-समय पर कक्षाओं और परिसर की सफाई का पूरा ध्यान रखा जाएगा और अलग-अलग कक्षाओं के अनुसार ब्रेक का समय भी अलग-अलग रखा जाएगा। छात्रों को समूह बनाने से रोका जाएगा और उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निर्देश दिए जाएंगे।”

उन्होंने आगे कहा, ”राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार कक्षा 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं में केवल 50 फीसदी छात्रों को ही अनुमति दी जाएगी। हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि हमारे सभी शिक्षकों ने कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम पहली खुराक अवश्य ली है। हमने मॉक ड्रिल, प्रशिक्षण सत्र, एचओ स्तर और स्कूल स्तर पर चर्चा के माध्यम से अपने स्टाफ को मानसिक रूप से तैयार किया है। इस तरह हम अभिभावकों को यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि वे निश्चिंत होकर अपने बच्चों को नियमित तौर पर स्कूल में भेजें।”

पोद्दार वर्ल्ड स्कूल जयपुर की प्रिंसिपल सुमिता मिन्हास ने कहा, ”हम बच्चों का स्कूल में एक बार फिर से स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हमने फिर से कक्षाएं शुरू करने से पहले हरेक छात्र के स्वास्थ्य संबंधी डिक्लेरेशन के साथ सभी माता-पिता से उनकी सहमति भी ली है। चूंकि सभी छात्रों को अपने माता-पिता से सहमति नहीं मिली है, इसलिए हम लर्निंग के मिले-जुले मॉडल को अपनाएंगे, जिसमें घरों पर रहने वाले छात्रों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई का भी इंतजाम किया गया है।”

उन्होंने आगे कहा, ”कोविड-19 को देखते हुए हमने तमाम जरूरी उपाय किए हैं। कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने के लिए स्कूल में अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं, जो स्वच्छता और सुरक्षा संबंधी सभी कार्यों की नियमित तौर पर निगरानी करेंगी। यहां तक कि स्कूल बसों के लिए भी सुरक्षा टीमें बनाई गई हैं।

सभी टीमें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ सुरक्षा संबंधी अन्य उपायों की निगरानी करेंगी। खास बात यह है कि पारंपरिक तौर पर पढ़ाई के साथ-साथ हम ध्यान और योग सत्र का आयोजन भी करेंगे और विद्यार्थियों का बेहतर मानसिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए मनोवैज्ञानिक परामर्श सत्र भी प्रदान करेंगे जो सप्ताह में कम से कम दो दिन आयोजित किए जाएंगे। स्कूल एक पोषण चार्ट भी साझा करेगा, जिसका पालन करने की अपेक्षा सभी छात्रों से की जाएगी। अभिभावकों से भी अपेक्षा है कि वे विद्यार्थियों को घर का बना पौष्टिक खाना खाने के लिए प्रेरित करेंगे।”

स्कूल में डांस और ज़ुम्बा वर्कआउट के माध्यम से पाठ्येतर गतिविधियां भी जारी रहेंगी। साथ ही, छात्र चर्चाओं और वाद-विवाद सत्रों के माध्यम से पारस्परिक कौशल को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करेंगे। लॉकडाउन के बीच फ़्लिप्ड क्लासरूम के माध्यम से स्कूल ने नवीन शिक्षण प्रथाओं पर ध्यान फोकस किया है। विद्यार्थियों को एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य प्रदान करने के लिए अन्य देशों के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया। इस तरह के अनूठे प्रयोगों से निश्चित तौर पर विद्यार्थियों को एक विशिष्ट संस्कृति को विकसित करने में सहायता मिली और उन्होंने स्वतंत्र विचारक बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए।

स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत एशिया और अन्य देशों के स्कूलों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन किया गया। इस प्रोग्राम को ‘जनरेशन ग्लोबल’ के रूप में पहचाना गया। पोद्दार वर्ल्ड स्कूल ने अपनी सभी शाखाओं में एक नई पहल भी शुरू की है, जहां मशीन लैंग्वेज और कोडिंग सिखाई जाती है जो छात्रों को भविष्य के लिए तैयार होने में मदद करती है।

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