कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एवं अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल के निधन पर बुधवार को शोक व्यक्त किया। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने बादल को अदम्य साहस वाला जननेता बताया, जिन्होंने पंजाब के विकास में अहम योगदान दिया। बनर्जी ने ट्वीट किया, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के निधन से गहरा दुख पहुंचा है। एक सच्चे जननेता और अदम्य साहस वाले व्यक्ति… उन्होंने अपने राज्य की प्रगति में बहुत योगदान दिया। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदना उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता बादल को सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत के बाद करीब एक सप्ताह पहले मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने मंगलवार रात करीब आठ बजे अंतिम सांस ली। वह 95 साल के थे। प्रकाश सिंह बादल उम्र के लिहाज़ से भारत के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे।
वे 1996 से 2008 तक शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष भी रहे। 1970 में 43 साल की उम्र में जब वे पंजाब के मुख्यमंत्री बने, तब वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले भारत के सबसे युवा नेता थे। वहीं 2017 में मुख्यमंत्री का उनका पांचवां कार्यकाल जब पूरा हुआ, तब वे 90 साल के थे। इस तरह वे भारत के किसी भी राज्य के सबसे उम्रदराज़ मुख्यमंत्री बने. अभी भी यह रिकॉर्ड उन्हीं के नाम है।