नयी दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम भारत (यूएनडीपी) ने आज कंटेंट निर्माता और अभिनेत्री प्राजक्ता कोली के साथ अपनी साक्षेदारी की औपचारिक घोषणा की। यूनएनडीपी ने प्राजक्ता कोली को पहली युवा जलवायु चैंपियन के रूप में चुना है। प्राजक्ता कोली को मोस्टलीसेन उपनाम से भी जाना जाता है। जलवायु परिवर्तन में दूरगामी लक्ष्य, युवाओं की भागीदारी और अधिक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्राजक्ता कोली यूथ आइकन के रूप में एकदम सही उम्मीदवार हैं जिन्होंने लंबे समय से मानसिक स्वास्थ्य, महिला अधिकार, बालिका शिक्षा आदि विषयों पर कई तरह के वैश्विक सामाजिक जागरूकता अभियान का संचालन कर इस संदर्भ में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है।
यूएनडीपी इंडिया यूथ जलवायु चैंपियन के रूप में कोली को जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और जैव विविधता के नुकसान के प्रतिकूल प्रभावों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए युवाओं के साथ वार्तालाप करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। जिसे समाज के सभी वर्गों विशेष रूप से गरीबों द्वारा महसूस किया जा रहा है, यह सभी मुद्दे हाशिए पर रहने वाले समुदायों, उनके जीवन और आजीविका को विशेष रूप से प्रभावित कर रहे हैं और एक तरह से समग्र रूप से अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित कर रहे हैं।
प्राजक्ता कोली इन विषयों को केन्द्र में रखते हुए समग्र प्रयास की जरूरत पर जोर देगीं, जिसके लिए कुछ प्रभावकारी कहानियों को साँझा किया जाएगा। जैसे सरकारों द्वारा, समुदायों और व्यक्ति विशेष द्वारा वास्तिवक बदलाव लाने के लिए किस तरह से निश्चित ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। जी20 पीपलस क्लाइमेट वोट 2021 रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 67 प्रतिशत युवा जलवायु संकट को वैश्विक आपातस्थिति मानते हैं, और इसके लिए तत्काल नीति तैयार करने परिवर्तन की तत्काल आवश्यकता के बारे में खुलकर बात करते हैं।
आज के युवा हरित विकास या ग्रीन डेवलपमेंट के प्रबल समर्थक हैं वह अपनी जीवन शैली में जलवायु के प्रति जागरूकता के विकल्प अपनाकर इसका समर्थन भी करते हैं। जैसे कि पर्यावरण के अनुकूल परिवहन का उपयोग करके, स्थाई रूप में स्त्रोत वाले उत्पाद खरीद कर, जलवायु संरक्षित करने वाले विकल्प चुनकर तथा अपने कौशल, अभिनव विचारों का उपयोग जलवायु संकट के लिए समर्पित कर रहे हैं।