कोलकाता। महंगाई भत्ता (डीए) वृद्धि की मांग को लेकर धरना दे रहे पश्चिम बंगाल के सरकारी कर्मचारी पीछे हटने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है। वहीं धरना स्थल पर एक धमकी भरा पोस्टर मिलने से सनसनी फैल गई है। धर्मतला में प्रदर्शन स्थल पर एक पोस्टर चिपका हुआ पाया गया जिसमें आंदोलनकारियों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है और कहा गया है कर्मचारी अपना आंदोलन वापस ले लें नहीं तो स्टेज पर बम मार कर उड़ा देंगे। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि यह किसकी करतूत है। मैदान थाने के एक अधिकारी ने कहा कि हमें इस संबंध में शिकायत मिली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पोस्टर में हड़ताल को ड्रामा’ बताते हुए लिखा गया है, इसे बंद करो वरना तुम्हें बम से उड़ा दिया जाएगा। आंदोलनकारियों में से एक के अनुसार, पोस्टर शायद तड़के ही लगाया गया था क्योंकि शिविर में आने वाले किसी बाहरी व्यक्ति को किसी ने नहीं देखा था। उन्होंने कहा कि हम इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। हम तब तक अपनी हड़ताल जारी रखेंगे, जब तक राज्य सरकार द्वारा मांगें पूरी नहीं की जाती हैं।
इस तरह की धमकियां हमारी एकता को मजबूत करेंगी और हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ने में मदद करेंगी।आंदोलनकारी, जो मांग कर रहे हैं कि उनके डीए को केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर बढ़ाया जाए, पिछले शुक्रवार को हड़ताल का आह्वान किया था, जिससे सरकारी कार्यालयों में काम प्रभावित हुआ। वहीं , टीएमसी के वरिष्ठ नेता और शहर के मेयर फिरहाद हाकिम ने हड़ताल को ड्रामा बताया था।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हफ्ते की शुरुआत में विधानसभा में कहा था कि अगर प्रदर्शनकारी उनका सिर कलम कर देते हैं तो भी वह महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की मांग को पूरा नहीं कर पाएंगी। ममता बनर्जी ने विधानसभा में विस्तारित बजट सत्र में अपनी बात रखी थी। उन्होंने केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार के वेतन ढांचे में अंतर का हवाला दिया था और दावा किया कि राज्य में टीएमसी सरकार पहले से ही अपने कर्मचारियों को 105 प्रतिशत डीए दे रही है।