कोलकाता। बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में देवी दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन के दौरान बुधवार की रात अचानक मल नदी में पानी भरने से कई लोगों के डूबने की घटना पर सियासत भी गरमा गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर दावा किया कि हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई जबकि अब कोई लापता नहीं है। 70 लोगों को बचा लिया गया है। मुख्यमंत्री के दावे के बावजूद, हालांकि, घटना में लापता लोगों की सही संख्या को लेकर भ्रम है, जिससे राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच राजनीतिक खींचतान शुरू हो गई।
बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि इतने घंटों के बाद भी लापता व्यक्तियों के विवरण और संख्या पर कोई स्पष्टता नहीं है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला करते हुए अधिकारी ने कहा कि उनका काम तब तक खत्म नहीं होता जब तक वह मृतकों और घायलों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा नहीं करतीं। अधिकारी ने कहा, “मुख्यमंत्री को जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन को लापता लोगों की संख्या के बारे में तुरंत स्पष्ट करने का निर्देश देना चाहिए।”
सीएम मौके पर जाएं सवाल उठाते हुए उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को तुरंत घटनास्थल का दौरा करना चाहिए और पीड़ितों के परिवारों को मुआवजे के चेक सौंपने चाहिए, जैसा कि उन्होंने इस साल मार्च में बीरभूम जिले के बोगटौई गांव में दस लोगों की हत्या के बाद किया था। उन्होंने सवाल किया कि क्या मल नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद मारे गए लोग मूर्ति विसर्जन समारोह में हिस्सा ले रहे थे। क्या इसीलिए इनका महत्व कम है?