कोलकाता। टाटा स्टील के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से हाल ही में कोलकाता स्थित एक निर्माण इकाई पर छापा मारा है। यहां टाटा कंपनी का डुप्लीकेट पैकेजिंग इस्तेमाल कर नकली सामान बेचे जा रहे थे। टाटा स्टील की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि टाटा बियरिंग ब्रांडेड उत्पादों को विशिष्ट रूप से पैक किया जाता है। सभी मूल उत्पादों को अधिकृत डीलरों और वितरकों द्वारा ही उसी पैकेजिंग के साथ बेचा जाता है।
उपभोक्ताओं को यह विश्वास दिलाने के लिए कि वे वास्तविक टाटा उत्पाद खरीद रहे हैं। उत्पादों को समान पैकेजिंग में पंजीकृत ‘टाटा’ ट्रेडमार्क के तहत निर्मित और बेचा जा रहा था। इस बारे में जानकारी मिलने पर, टाटा स्टील ने पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ 10 अप्रैल, को यूनिट पर छापा मारा।
जहां से भारी मात्रा में टाटा ट्रेड मार्क वाले बाहरी बक्से, पैकेजिंग सामग्री, मूल्य लेबल और अन्य संबंधित सामान जब्त किए। इस गतिविधि के लिए जिम्मेदार पक्ष पर भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 120 बी, 420 और कॉपीराइट अधिनियम 1957 की धारा 63, 65 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बयान में कहा गया है कि टाटा स्टील के उत्पादों की गुणवत्ता के कारण उपभोक्ताओं के मन में भरोसा रहता है और नकली उत्पादों पर इसके ब्रांड नाम के अनधिकृत उपयोग से इसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। टाटा स्टील की ब्रांड सुरक्षा टीम उन संस्थाओं के खिलाफ लगातार निगरानी कर रही है और कार्रवाई कर रही है, जो जालसाजी कर रही हैं।