दिल्ली की जनता, मुख्यमंत्री का क्या होगा… धोखा है धोखा, केंद्र सरकार पर बरसे केजरीवाल

नई दिल्ली : केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के एलजी को अधिक अधिकार दिए जाने वाले बिल के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) बुधवार जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रही है। जंतर मंतर पर दिल्ली सरकार के कई मंत्रियों ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली की चुनी हुई सरकार को कमजोर करके जनता के काम रोकने की यह साजिश है।

केंद्र सरकार संसद में तीन दिन पहले एक कानून लेकर आये हैं। जिसमें लिखा है अब से दिल्ली में सरकार का मतलब होगा LG तो हमारा क्या होगा, दिल्ली की जनता का क्या होगा, मुख्यमंत्री का क्या होगा। फिर दिल्ली में चुनाव क्यों कराये थे।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि चुनी हुई सरकार के पास शक्ति होनी चाहिए। लोकतंत्र में जनता ही मालिक होती है। जिसे जनता चुनती है, शक्ति भी उसी के पास होनी चाहिए। कोई भी फाइल एलजी के पास नहीं जाएगी। लेकिन ये संविधान, सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते।

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ये चाहते हैं दिल्ली में बिजली महंगी हो जाए, पानी महंगा हो जाए। लोगों की मिलने वाली सुविधाएं बंद हो जाए। सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले क्यों नहीं दिल्ली में कोई मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत की गई। स्कूल और हॉस्पिटल को बेहतर बनाया गया।

AAP दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के लोग डरे हुए है कि अगर केजरीवाल सरकार से ताकत छीन कर LG के पास चली जाएगी तो बिजली-पानी की सुविधा बंद हो जाएगी, फ्री हेल्थ सेवा और महिलाओं का बस में फ्री सफर बंद हो जाएगा। गोपाल राय ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार संसद में संशोधित बिल लाकर चुनी हुई दिल्ली सरकार को कमजोर करने की साजिश कर रही है।

वहीं आप से पहले दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उपराज्यपाल की शक्तियां बढ़ाने से संबंधित केन्द्र सरकार के विधेयक के खिलाफ आज के ही दिन जंतर-मंतर पर पार्टी अध्यक्ष अनिल कुमार की अगुवाई में धरना दिया और सरकार से इसे वापस लेने की मांग की। कुमार ने कहा, हम इस विधेयक के जरिये केन्द्र की निरंकुशता और लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

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