इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान ख़ान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से सुरक्षा बलों ने गिरफ़्तार कर लिया है। इस्लामाबाद के आईजी ने एक बयान में कहा है कि इमरान ख़ान को अल-क़ादिर ट्रस्ट केस में गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि हालात ‘नॉर्मल’ हैं। इस्लामाबाद पुलिस ने कहा कि धारा 144 लगा दी गई है। इसका उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ के प्रमुख इमरान ख़ान के वकील गौहर ने आरोप लगाया है कि पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ़्तारी के दौरान टॉर्चर किया गया।
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के तुरंत बाद, उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने कार्यकर्ताओं से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया। लाहौर में सड़क पर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। विरोध के आह्वान के बाद, पीटीआई कार्यकर्ता राजधानी लाहौर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मजदूरों ने लाहौर के ज़मान पार्क के आसपास बैरियर लगाकर और टायर जलाकर सड़कों को जाम कर दिया है। पेशावर में भी अलग अलग इलाकों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
हालांकि इस्लामाबाद पुलिस का दावा है कि गिरफ़्तारी के दौरान ‘किसी व्यक्ति के साथ हिंसा नहीं हुई। इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के दौरान गौहर उनके साथ हाई कोर्ट में मौजूद थे। उन्होंने कहा, ”जब हमें पता चला कि इमरान ख़ान और बुशरा बीबी के खिलाफ़ जांच में एनएबी ने बदलाव किए हैं, हमें अंदाजा हो गया था कि इमरान ख़ान को गिरफ़्तार किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ”इस आशंका के आधार पर हमने कोर्ट में याचिका दायर करने का निर्णय लिया ताकि गिरफ़्तारी से बच सकें। याचिका दायर करने के लिए हम बायोमैट्रिक करने गए लेकिन उसी दौरान रेंजर्स ने हमला कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों ने पहले स्प्रे किया और कमरे का दरवाजा बंद था जिसे उन्होंने जबरन खोला, शीशे तोड़ दिए और इस दौरान इमरान ख़ान को प्रताड़ित किया गया।