नयी दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव ने देशभर में गायों में तेजी से फैल रही लंपी बीमारी के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। स्वामी रामदेव ने कहा कि देश के कई राज्यों में लंपी संक्रमण तेजी से फैला है। इनमें उत्तराखंड भी शामिल है। संक्रमण से पशुओं की मौत हो रही है। उन्होंने आशंका जताई कि यह वायरस मानव निर्मित हो सकता है और संभव है कि पाकिस्तान से भारत आया हो। बाबा रामदेव हरिद्वार के भूपतवाला स्थित व्यास धाम में आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी से मुलाकात करने पहुंचे थे।
यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। योग गुरू बाबा रामदेव ने आशंका जताते हुए कहा है कि देश भर में गायों को अपना शिकार बना रहा लंपी वायरस कहीं पाकिस्तान से तो नहीं आया है। ‘सनातन धर्म का सबसे जीवंत प्रतीक गोमाता है। इसकी जांच होनी चाहिए कि ये वायरस कहीं मानव-निर्मित तो नहीं है और कहीं ये वायरस साजिश के तहत तो हिंदुस्तान में नहीं फैलाया गया है।
जहां तक इसके उपचार का सवाल है तो सरकार टीकाकरण आदि का प्रबंध कर रही है। इसके साथ ही बाबा रामदेव ने दावा किया है कि उनकी संस्था आयुर्वेद के ज़रिए लंपी वायरस का उपचार करने की दिशा में बढ़ रही है। लंपी वायरस का मुद्दा पिछले कई दिनों से मीडिया में छाया हुआ है। लंपी वायरस ने देश भर में कम से कम 50 हज़ार पशुओं को अपना शिकार बनाया है। बताया जा रहा है कि 2022 में फैला वायरस साल 2019 में सामने आए वायरस से मेल नहीं खाता है।
रामदेव ने कहा था, ‘हम लंपी स्किन डिजीज वायरस पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से करीब एक लाख गायों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी ने हरिद्वार में उनके आश्रय गृह में कई गायों को भी प्रभावित किया लेकिन एक भी गाय की मौत नहीं हुई। हमने गिलोय जैसी आयुर्वेदिक दवाओं से गायों का इलाज किया। बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली गायें इस बीमारी से संक्रमित नहीं थीं।