कोलकाता : कोरोना हमारी के चलते राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस इस साल भी शहीद दिवस वर्चुअल मना रही है। साल 2020 के पहले जिस प्रकार शहीद दिवस पर महानगर के धर्मतल्ला में जिस प्रकार लाखों तृणमूल कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ होती थी इस बार वैसा नहीं होगा। इसी बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि अमानवीय अत्याचार करने वालों के खिलाफ हमारी आवाज बुलंद होती रहेगी।
दरअसल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, शहीद 13 मासूमों को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। 1993 में आज के दिन मारे गए 13 निर्दोष लोगों को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। मैं अपने सभी भाइयों और बहनों से आग्रह करता हूं कि वे बहादुर आत्माओं को सम्मानित करने के लिए आज दोपहर 2 बजे एक आभासी रैली में मेरे साथ शामिल हों। इसके बाद उन्होंने लिखा अमानवीय अत्याचार करने वालों के खिलाफ हमारी आवाज बुलंद होती रहेगी।
गौरतलब हो कि टीएमसी की नेता ममता बनर्जी 1993 में युवा नेता थीं। 21 जुलाई 1993 को उन्होंने मतदान के लिए मतदाता परिचय पत्र को ही दस्तावेज मानने की मांग की और इसी मांग को लेकर एक मार्च निकाला था। तत्कालीन सरकार ने लोगों की भीड़ रोकने के लिए फायरिंग करवाई जिसमें 13 कार्यकर्ता मारे गए थे। ममता बनर्जी उन्हें शहीद मानती हैं और इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाती हैं।