लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नगर निगम की सभी 17 सीटों पर भगवा लहरा दिया है। पिछले चुनाव में 16 नगर निगम में अलीगढ़ और मेरठ समाजवादी पार्टी (सपा) के खाते में गयी थी मगर इस बार भाजपा ने न सिर्फ अलीगढ और मेरठ पर कब्जा किया बल्कि नयी नवेली शाहजहांपुर सीट पर भी विजय पताका फहरायी।यहां की पहली नागरिक बनने का गौरव भाजपा उम्मीदवार अर्चना वर्मा को मिला।भाजपा ने सभी 17 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। इनमें से कानपुर, बरेली व मुरादाबाद में भाजपा ने निवर्तमान महापौर पर ही दांव लगाया था।
जबकि अन्य सभी सीटों पर नए कार्यकर्ताओं को चुनाव मैदान में उतारा था। 17 में से 17 सीटों पर योगी आदित्यनाथ के विकास कार्यों पर आमजन ने मुहर लगाई और कमल खिलाया। पार्टी सूत्रों का दावा है कि आम जनता ने उम्मीदवारों के नाम जाति पर गौर न कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से खुश होकर अपना वोट भाजपा के पक्ष में दिया है क्योंकि कानपुर समेत कुछ अन्य नगर निगमों में लोगबाग मौजूदा मेयर के रवैये से खासे आहत थे।
भाजपा और योगी के प्रति आमजन का विश्वास है कि पार्टी के चार प्रत्याशियों ने दूसरी बार महापौर बनने का गौरव हासिल किया। कानपुर से प्रमिला पांडेय, मुरादाबाद से विनोद अग्रवाल और बरेली से उमेश गौतम अनवरत दूसरी बार महापौर बने, जबकि हरिकांत अहलूवालिया इसके पहले भी मेरठ के महापौर रह चुके हैं। झांसी में भाजपा के बिहारी लाल ने सबसे पहले जीत हासिल की। उन्हें कुल 123503 वोट मिले। वहां लड़ने वाले अन्य प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।