मथुरा (उप्र) : मथुरा जिले के राधा कुंड कस्बे में अहोई अष्टमी के अवसर पर संतान सुख की कामना लेकर भारी तादाद में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बृहस्पतिवार रात से शुक्रवार सुबह तक ‘राधा कुंड’ में डुबकी लगाई और अपने बच्चों की कुशलता की कामना की।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है और मान्यताओं के अनुसार पुत्रवती महिलाओं के लिए यह अत्यंत ही महत्वपूर्ण है।
राधा कुंड नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी चेतन कुमार तिवारी ने बताया कि बाहर से आए श्रद्धालु मध्य रात्रि के पूर्व ही कुंड में स्नान करने के लिए पहुंचने लगे और 12 बजने तक काफी भीड़ जुट गई।
उन्होंने बताया कि इस अवसर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए नगर पंचायत द्वारा सभी घाटों पर अवरोधक लगाए गए थे और सभी को घाटों पर ही स्नान की सुविधा दी गई, किसी को कुंड के अंदरूनी हिस्से में जाने की अनुमति नहीं दी गई।
श्रद्धालु राधाकुंड (कस्बे) की परिक्रमा लगाने के बाद कुंड पर स्नान के लिए पहुंचते रहे। जिला प्रशासन की ओर से भी श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने एवं उनकी सुरक्षा के लिए भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।
इस मौके पर जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय भी वहीं डेरा डालकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।
अधिकारियों ने बताया कि मेला क्षेत्र की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों की सहायता से की गयी।
मान्यता है कि अहोई अष्टमी की मध्यरात्रि को राधाकुंड और श्याम कुंड के जल में सभी देवी-देवता विराजमान रहते हैं और इन कुंडों में स्नान करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं तथा संतान की भी प्राप्ति होती है।
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