तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : कोरोना काल से गेटबंदी झेल रहे शहर के लोगों का धैर्य शुक्रवार को जवाब दे गया। आइआइटी खड़गपुर के सभी गेट खोलने की मांग पर सुबह बड़ी संख्या में छात्रों , अभिभावकों व शिक्षकों ने संस्थान के प्रवेश द्वार पर धरना प्रदर्शन किया । राजनैतिक ट्रेड यूनियनों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने भी इसका पुरजोर समर्थन किया। स्कूल खुलने के बावजूद गेट नहीं खुलने से नाराज एक समूह ने सुबह आइआइटी मेन गेट के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में राजनीतिक नेताओं ने भी इसका समर्थन किया। प्रदर्शन में शामिल होने वालों में देवाशीष चौधरी , अपूर्व घोष , प्रदीप सरकार , जवाहर पाल , अमिताभ दास , अयूब अली, सिद्धार्थ सरकार, पूर्णेंदु पाणिग्राही, छोटन सिकदर तथा एम . रवि आदि शामिल रहे।
अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि कोरोना काल से संस्थान के अधिसंख्य गेट बंद है। स्थिति स्वाभाविक होने के बाद पूर्व स्थिति बहाल करने के बाबत कई बार अनुरोध किया गया । लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जबकि इन दिनों स्कूल भी खुल चुके हैं । कैंपस में प्रवेश के दरवाजे बंद रहने से छात्रों को काफी घूम कर आना – जाना पड़ता है। स्थानीय लोग और संस्थान में काम करने वाले श्रमिक भी इससे बेहद परेशान हैं। सभी को चार से पांच किलोमीटर घूम कर आवागमन करना पड़ता है। वरिष्ठ नेता देवाशीष चौधरी ने कहा कि इस मुद्दे पर दोपहर शासकीय अधिकारियों के साथ महत्त्वपूर्ण बैठक होने वाली है। इसके बाद हम आगे की रणनीति तय करेंगे।