कोलकाता (Kolkata) : कोरोना के चलते कलकत्ता हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा पंडाल नो एंट्री जोन घोषित होगा। इस दौरान पंडाल में किसी भी श्रद्धालु को दर्शन करने का मौका नहीं मिल सकेगा। दुर्गा पूजा पंडालों में सिर्फ आयोजक ही आ-जा सकेंगे। जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में Covid-19 के मद्देनजर इस बार दुर्गा पूजा समितियों ने श्रद्धालुओं के आगमन पर रोक लगाते हुए आभासी ‘दर्शन’ का प्रबंध किया है।
हालांकि कई अन्य दुर्गा पूजा संघों का कहना है कि यह महोत्सव समावेशिता की भावना से ओतप्रोत है और आगंतुकों को पंडालों में आने से नहीं रोका जा सकता। उन्होंने भीड़ को संभालने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
कोलकाता शहर के कम से कम दो बड़े पूजा आयोजकों संतोष मित्रा स्क्वायर और देबदारू फाटक ने घोषणा की है कि इस बार बाहरी लोगों को आने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा है कि लोग उनके यू-ट्यूब चैनलों के जरिए माता दुर्गा की मूर्ति की झलक पा सकते हैं और रस्में अदा कर सकते हैं।