कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने बताया है कि राज्य में करीब नौ लाख छात्रों के पास आधार कार्ड नहीं है। उन्हें आधार दिलवाने के लिए राज्य सरकार की ओर से कैंप लगाया जाएगा। आज बुधवार से ही इसकी शुरुआत की गई। शिक्षा विभाग प्रत्येक ब्लॉक में कम से कम दो स्थानों पर छात्रों को आधार कार्ड जारी करने के लिए शिविर लगाया गया। शिविर के आयोजन में अनुमंडल शासकों व प्रखंड बीडीओ को सहयोग करने को कहा गया है।
बताया गया है कि जो शिविर बुधवार से नहीं लग सकेंगे, वहां जल्द से जल्द शिविर आयोजित कर आधार कार्ड बनाने का काम शुरू कर दिया जाये।.सरकारी स्कूलों के अलावा निजी स्कूल के छात्र भी इन शिविरों में आधार कार्ड बनवा सकते हैं।इन शिविरों के आयोजन में विधि-व्यवस्था की स्थिति संभालने के लिए विभिन्न थाने के पुलिस पदाधिकारियों को भी सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
साथ ही शिविर के आयोजन के प्रभारी पदाधिकारियों को मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन को देने का भी निर्देश दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अलीपुरद्वार जिले में आठ, बांकुड़ा जिले में 12, बैरकपुर उपखंड में दो, बीरभूम में आठ, कूचबिहार में सात, दक्षिण दिनाजपुर में 16, दार्जिलिंग में दो, हुगली में छह,
हावड़ा में 20, जलपाईगुड़ी में दो, झारग्राम में 10, चार कलिम्पोंग , मालदा में 14, मुर्शिदाबाद में 21, नदिया में 11, उत्तर 24 परगना में 23, पश्चिम बर्दवान में एक, पश्चिम मेदिनीपुर में 25, पूर्वी बर्दवान में 16, पूर्वी मेदिनीपुर में 35, पुरुलिया में 17, सिलीगुड़ी में एक, दक्षिण 24 परगना में 12 और उत्तरी दिनाजपुर में चार कैंप लगेंगे।
प्रशासनिक हलकों से पता चला है कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लिए राशि सीधे छात्रों के बैंक खाते में दी जाती है। इन सुविधाओं को पाने के लिए छात्रों के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है। इसीलिए शिक्षा विभाग ने हाल ही में छात्रों के पास आधार कार्ड है या नहीं, इस पर सर्वे कराया। विकास भवन सूत्रों के मुताबिक सर्वे की रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य सरकार ने कैंप लगाकर छात्रों का आधार कार्ड बनाने की पहल की है।