कोलकाता। कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि राष्ट्रीय गतिशील दिव्यांगजन संस्थान (एनआईएलडी) के मुख्यालय को “स्थितिजन्य लाभ” के लिये शहर से ओडिशा के निस्तार में स्थानांतरित न किया जाए।
चौधरी ने उन खबरों का हवाला दिया, जिनके मुताबिक सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने चिकित्सा सुविधा के मुख्यालय को कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके बोनहुगली से ओडिशा के निस्तार में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है।
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता ने मोदी को लिखे एक पत्र में कहा, “पूरे पूर्वी भारत के हजारों शारीरिक रूप से दिव्यांग और अन्य सामान्य गंभीर अस्थि रोगी इस संस्थान से लाभान्वित होते हैं, क्योंकि बंगाल पूर्वी भारत के केंद्र में स्थित है, आस-पास के राज्यों तक आसान पहुंच प्रदान करता है।”
उन्होंने कहा कि यह पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को चिकित्सा लाभ प्राप्त करने के लिए एक सुगम जरिया भी प्रदान करता है, और इसके मुख्यालय को कोलकाता से स्थानांतरित करने से संस्थान द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं पर असर पड़ेगा।