कोलकाता। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने कोलकाता के इकबालपुर इलाके में दो समुदायों के बीच आठ-नौ अक्टूबर को हुई झड़पों के सिलसिले में मंगलवार को एक प्राथमिकी दर्ज की। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मोमिनपुर इलाके में बीते दिनों हुई हिंसा की जांच एनआईए को सौंप दी है। केंद्रीय जांच एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुधवार से झड़पों की जांच शुरू होने की संभावना है और एनआईए के अधिकारी शहर की बैंकशाल अदालत में शिकायत की एक प्रति जमा कर सकते हैं।
अधिकारी ने कहा, “हम कोलकाता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों की हिरासत की मांग करेंगे। हम इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की मांग कर सकते हैं। हमारे अधिकारी बुधवार को मौके पर पहुंच सकते हैं।” पुलिस ने इकबालपुर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए वहां 16 अक्टूबर तक सीआरपीसी की धारा-144 लागू के तहत निषेधाज्ञा लागू की थी। झड़पों में कथित संलिप्तता के सिलसिले में अब तक 45 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
बता दें कि भाजपा ने इस हिंसा के पीछे बड़ी साजिश की आशंका जताते हुए केंद्रीय जांच एजेंसी से जांच की मांग की थी। मोमिनपुर कोलकाता का एक अल्पसंख्यक बहुल इलाका है। यहां 9 व 10 अक्तूबर की रात को उपद्रव हुआ था। इस दौरान कई वाहन फूंक दिए गए थे। कुछ घरों व दुकानों के बाहर जबर्दस्ती झंडे लगाए जाने के बाद हिंसा भड़की थी। बंगाल के मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इस हिंसा को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।