पटना। बिहार में पटना टेरर मॉड्यूल में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा मामला मोतिहारी के ढाका से गिरफ्तार मौलाना मुफ्ती असगर अली का है, जिसका तार बांग्लादेश के आतंकी संगठन जेएमबी से जुड़ा हुआ पाया गया है। एनआईए की ओर से छनकर आ रही जानकारी के मुताबिक मुफ्ती मुस्लिम युवाओं को ऑनलाइन ब्रेनवॉश करता था और लगातार उन्हें जिहाद से जोड़ने की ट्रेनिंग दे रहा था। यूपी के सहारनपुर से पढ़ा-लिखा मुफ्ती का कनेक्शन बांग्लादेश के खतरनाक संगठन से बताया जाता है।मुफ्ती का आतंकी कनेक्शन सामने आने के बाद एनआईए सक्रिय हो गई है।
मौलाना मुफ्ती असगर आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन ऑफ बांग्लादेश JMB का एक्टिव सदस्य है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA की एक टीम ने मोतिहारी के ढाका में छापेमारी की थी। वहीं से मौलाना को अपने कब्जे में लिया था। इस कार्रवाई के दौरान मौलाना के पास से एक लैपटॉप और दो बैग बरामद हुए थे, जिसे जब्त करने के बाद जांच टीम ने खंगाला भी है।
भारत में बांग्लादेश के इस आतंकी संगठन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। गिरफ्तार मौलाना मुफ्ती असगर अली मूल रूप से मोतिहारी के रामगढ़वा का रहने वाला है। एनआईए की जांच में यह बात सामने आई है कि मौलाना मुस्लिम युवाओं को अपने ग्रुप से जोड़ रहा था उन्हें जिहादी बना रहा था। इसके लिए मुफ्ती ने ऑनलाइन ब्रेनवॉश की प्रक्रिया अपना रहा था। मौलाना के लैपटॉप में राष्ट्रविरोधी वीडियो मिलने की बात कही जा रही है।
मौलाना के कारनामों की जानकारी सबसे पहले NIA के उत्तर प्रदेश यूनिट को मिली थी, जिसके बाद बिहार यूनिट से सूचना को शेयर किया गया। उसके बाद टीम बनाकर ढाका में छापेमारी की गई। दावा यह किया जा रहा है कि मौलाना के ठिकाने से छापेमारी के क्रम में कई प्रकार के आपत्तिजनक और भड़काऊ साहित्य बरामद किए गए है। मदरसा के अंदर से टीम ने कुछ CD भी बरामद किया है।इसके अंदर किस तरह का वीडियो या ऑडियो है, फिलहाल इसकी जांच चल रही है।