काली दास पाण्डेय, मुंबई । नेटफ्लिक्स इंडिया और फिल्म कंपेनियन द्वारा संयुक्त रुप से भारत के फिल्म निर्माताओं और कहानीकारों की अगली पीढ़ी का समर्थन करने के लिए ‘टेकटेन’ की घोषणा कर दी गई है। ‘टेक टेन’ एक लघु फिल्म कार्यशाला और प्रतियोगिता है जिसका उद्देश्य भारत में विविध पृष्ठभूमि के उभरते फिल्म निर्माताओं को खोजना और उनका समर्थन करना है। ‘टेकटेन’ वर्कशॉप में एडिटिंग, प्रोडक्शन डिजाइन, स्क्रीनप्ले डेवलपमेंट, म्यूजिक, सिनेमैटोग्राफी, लाइटिंग और शॉर्ट फिल्मों की नींव रखने के सत्र को शामिल किया गया है।
‘टेक टेन’ के अंतर्गत क्रमवार रूप से 10 फिल्म निर्माताओं को क्रिएटिव इंडस्ट्री के दिग्गजों की कार्यशालाओं में भाग लेने का रोमांचक अवसर दिया जायेगा। साथ ही $10,000 के अनुदान समेत पूरी तरह से वित्त पोषित लघु फिल्म बनाने का मौका दिया जायेगा। फिल्मों को नेटफ्लिक्स के इंडिया यूट्यूब चैनल पर दिखाया जाएगा।
हाल ही मेंं आयोजित कार्ययशाला मेंं रीमा कागती, टिस्का चोपड़ा, गुनीत मोंगा, नीरज घायवान, जयदीप अहलावत, कबीर खान, विशाल ददलानी और शकुन बत्रा जैसे शख़्सियतों ने अपनी रचनात्मक यात्रा का हवाला देते हुए उभरते फिल्म निर्माताओं का मार्गदर्शन किया। ‘टेकटेन’ के फाइनलिस्ट में गोवा से बरखा नाइक और सुयश कामत, मुंबई से हितार्थ राकेश देसाई, रिया नलवडे और समीहा सबनीस, तिरुवनंतपुरम से मुरली कृष्णन, चेन्नई से मनस्विनी बूवराहन और संदीप किशन अंबुसेलवन, कोलकाता से रोहन श्याम चौधरी और अदिति शर्मा हैं।
फिल्म समीक्षक, लेखक और फिल्म सहयोगी संपादक, अनुपमा चोपड़ा, जो कार्यक्रम का नेतृत्व कर रही हैं, उन्होंने कहा, “टेक टेन कहानी कहने और मौलिकता का सेलिब्रेशन है। कार्यशाला और प्रतियोगिता का उद्देश्य समावेशी होना और भारत में कैमरे के पीछे और सामने की विविध आवाजों को प्रदर्शित करना है।” “मुझे उम्मीद है कि टेक टेन भारत भर के कलाकारों को अपने पैर जमाने और ऊंची उड़ान भरने में सक्षम बनाएगा।”
नेटफ्लिक्स दुनिया की अग्रणी स्ट्रीमिंग मनोरंजन सेवा है, जिसमें 190 से अधिक देशों में 222 मिलियन सशुल्क सदस्यताएं हैं, जो विभिन्न प्रकार की शैलियों और भाषाओं में टीवी श्रृंखला, वृत्तचित्र, फीचर फिल्मों और मोबाइल गेम्स का आनंद ले रही हैं। सदस्य किसी भी इंटरनेट से जुड़ी स्क्रीन पर जितना चाहें, कभी भी, कहीं भी देख सकते हैं। सदस्य बिना विज्ञापनों या प्रतिबद्धताओं के खेल सकते हैं, रोक सकते हैं और देखना फिर से शुरू कर सकते हैं। जब से भारत में नेटफ्लिक्स (Netflix) का आगमन हुआ है तब से भारतीय सिनेदर्शकों में इसके प्रति दीवानगी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। खासकर युवावर्ग को अपने कंटेंट के माध्यम से अपनी ओर आकर्षित करने की दिशा में ‘नेटफ्लिक्स’ अग्रसर है।