स्वास्थ्य मंत्रालय अब NEET 2021 परीक्षा को वर्ष में दो बार आयोजित करने के NTA और शिक्षा मंत्रालय के निर्णय के साथ सहमत हो गया है। अब उम्मीदवार NEET 2021 परीक्षा को एक ही साल में दो बार दे सकेंगे। हालाँकि अभी NTA ने NEET 2021 परीक्षा के आवेदन की तिथियों पर को स्पष्ट जानकारी साझा नही की है परन्तु सूत्रों के अनुसार अभ्यर्थी जल्द परीक्षा के शुरू होने के उम्मीद कर सकते है। हाल ही में NTA तथा शिक्षा मंत्रालय ने स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ बैठक के दौरान NEET 2021 परीक्षा को वर्ष में दो बार आयोजित कराने से लेकर कयी अन्य मुद्दों पर चर्चा की थी। हालाँकि सूत्रों के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय ने परीक्षा को वर्ष में दो बार आयोजित कराने के प्रस्ताव को नकार दिया था। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने NTA तथा शिक्षा मंत्रालय को NEET 2021 परीक्षा के वर्ष में दो बार आयोजित कराने के प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने का आश्वासन दिया था। अब यह पुष्टि हो गई है कि NEET 2021 एक वर्ष में दो बार आयोजित किया जाएगा।
JEE Main 2021 अंकन प्रणाली के आधार पर दोनों परीक्षाओं में उम्मीदवारों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन उपलब्ध पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए चुना जाएगा, हालांकि NEET 2021 की मार्किंग स्कीम अभी जारी नहीं हुई है। अभ्यर्थी NEET 2021 की विस्तृत जानकारी Information Bulletin के माध्यम से ले सकते है।
एक वर्ष में दो बार NEET 2021 आयोजित करने के अलावा, उम्मीदवार परीक्षा में कुछ और बदलावों की उम्मीद कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, अभ्यर्थी NEET 2021 Exam Pattern से लेकर अंक प्रणली जैसे छेत्रों में बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं। हालाँकि कुछ उम्मीदवार NEET 2021 के पाठ्यक्रम में भी बदलाव की उम्मीद कर रहे थे लेकिन, केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने NEET Syllabus में बदलाव करने के विचार को नकार दिया और साफ कर दिया है कि पाठ्यक्रम में कोई बदलाव नहीं होगा। शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने Times Now के साथ हाल ही में Interview के दौरान अभ्यर्थियों को NEET 2021 परीक्षा पैटर्न में बदलाव के संकेत भी दिए थे।
NEET 2021 परीक्षा पैटर्न में क्या बदल सकता है? : हालाँकि, परीक्षा पैटर्न में बदलाव के बारे में NTA द्वारा कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गयी है लेकिन JEE Main 2021 के बदलावों को आधार मानकर अभ्यर्थी NEET 2021 परीक्षा पैटर्न में समान बदलावों की उम्मीद कर सकते हैं। अभ्यर्थी परीक्षा पैटर्न में प्रश्नों की संख्या से लेकर कुल अंकों जैसे छेत्रों में बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं।