नयी दिल्ली : माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सह-संस्थापक एवं समाजसेवी बिल गेट्स ने बृहस्पतिवार को कहा कि विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए नवाचार की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) सबसे परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकी है जिसे उन्होंने अपने जीवनकाल में देखा है।
गेट्स ने यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज की भलाई के वास्ते प्रौद्योगिकी का फायदा उठाया जाना चाहिए।
गेट्स ने ”सार्वजनिक भलाई के लिए नवाचार” विषय पर अपने मुख्य संबोधन के दौरान कहा, ”मैं भारत को बहुत व्यापक दृष्टिकोण से देख रहा हूं। मैं काफी भाग्यशाली हूं कि फाउंडेशन के काम के जरिये, ऐसे नवप्रवर्तकों को देख पाया जो सभी प्रकार के क्षेत्रों- स्वास्थ्य से लेकर कृषि और जलवायु तक, में मदद कर सकते हैं। हमें बेहतर भारतीय नवाचार की आवश्यकता है।”
”कई अलग-अलग चुनौतियों से निपटने के लिए नवाचार की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। आप सभी भाग्यशाली हैं कि आप यहां आये और आपने बेहतरीन शिक्षा प्राप्त की। प्रौद्योगिकी को हम कैसे लेते हैं, कैसे आकार देते हैं, इसकी जो जटिलता है, उसमें आपको बड़ी भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा।”
गेट्स ने उन्हें वित्तीय प्रभाव के संदर्भ में अपने करियर पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, ”आपको न केवल वित्तीय प्रभाव के नजरिये से अपने करियर पर विचार करना चाहिए बल्कि महत्वपूर्ण है कि आप जो भी भूमिका निभाते हैं, उस पर भी विचार करें कि यह सामाजिक समानता हासिल करने से कैसे संबंधित है। समाज की भलाई के लिए प्रौद्योगिकी का फायदा उठाया जाना चाहिए।”
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