हिंदी की दशा व दिशा पर राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न, पत्रकारों का सम्मान

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मूर्धन्य संस्था समर्पण ट्रस्ट की ओर से शहर में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। इसमें हिंदी की दशा व दिशा पर बंगाल और देश के मूर्धन्य साहित्यकारों और हिंदी के मर्मज्ञों ने सारग्रहित संबोधन किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता छपते-छपते और ताजा टीवी के प्रधान संपादक विश्वंभर नेवर ने की। बाबा साहेब अंबेडकर शिक्षा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सोमा बनर्जी की अध्यक्षता में इसका उद्घाटन हुआ।

मुख्य अतिथि के तौर पर भोपाल के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर संजय द्विवेदी उपस्थित थे। वह भारतीय जनसंचार संस्थान आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक भी रहे हैं। इसके अलावा मंचासीन थे पूर्व आईपीएस और भोजपुरी साहित्य के मूर्धन्य लेखक मृत्युंजय कुमार सिंह, हावड़ा हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति विजय कुमार भारती, हावड़ा दीनबंधु कॉलेज के सहायक अध्यापक डॉक्टर सत्य प्रकाश तिवारी,

प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय के सहायक अध्यापक डॉ ऋषि भूषण चौबे, कल्याणी विश्वविद्यालय के कचरापाड़ा कॉलेज में हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉक्टर गोस्वामी जीके भारती और पश्चिम बंगाल सरकार के सूचना व संस्कृति विभाग में राज्य सरकार के मुखपात्र के संपादक डॉ जयप्रकाश मिश्रा, संस्था के अध्यक्ष निरंजन अग्रवाल, महासचिव प्रदीप ढेडिया समेत अन्य ने कार्यक्रम को सफल बनाने में बड़ी भूमिका निभाई।

इस दौरान वक्ताओं ने हिंदी की दशा और दिशा विषय पर संबोधन करते हुए कहा कि हिंदी को किसी की रहनुमाई की जरूरत नहीं है। यह गंगा की तरह सतत प्रवाहित है। इस भाषा का लचीलापन ही है जो यह जनजन की भाषा बन चुकी है।हिंदी की महत्ता पर संबोधन करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पश्चिम बंगाल के मनीषियों राजा राम मोहन रॉय से लेकर गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद से लेकर अन्य ने आजादी के समय इसे जनसंपर्क और संवाद की भाषा बनाने की वकालत की थी।

IMG-20230927-WA0019आज के समय में भी हिंदी बड़े पैमाने पर लोगों की प्रिय भाषा सिर्फ इसीलिए है क्योंकि यह समावेशी है। कार्यक्रम में वर्तमान अखबार के पत्रकार संदीप त्रिपाठी, प्रभात खबर के श्रीकांत राय, ताज़ा टीवी के प्रकाश चंद्रा, समज्ञा के आलोक, राजस्थान पत्रिका के मनोज सिंह, भारतमित्र की सुषमा त्रिपाठी और देश की एक मात्र बहुभाषी समाचार एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार के ओम प्रकाश सिंह सहित 21 पत्रकारों को हिंदी पत्रकारिता सेवा सम्मान से भी सम्मानित किया गया।

समर्पण ट्रस्ट के सलाहकार और मूर्धन्य लेखक जयप्रकाश मिश्रा ने बताया कि हिंदी भाषा की दशा और दिशा विषय पर इस कार्यक्रम के आयोजन का मकसद नई पीढ़ी में हिंदी के प्रति लगाव बढ़ाना है। इसमें पश्चिम बंगाल के कमोबेस हिंदी के सारे पुरोधा शामिल हुए, जिन्होंने संबोधन ने इस भाषा की महत्ता का शानदार रेखांकन किया है।

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