कोलकाता, छह अक्टूबर: राष्ट्रीय पुस्तकालय सलाहकार बोर्ड ने दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान बांग्ला भाषा और चार अन्य भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले की सराहना की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में तीन अक्टूबर को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बांग्ला, असमिया, मराठी, पाली और प्राकृत भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने का निर्णय लिया गया।
राष्ट्रीय पुस्तकालय के महानिदेशक अजय प्रताप सिंह ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि पुस्तकालय का सलाहकार बोर्ड मंत्रिमंडल के फैसले की सराहना करता है और विशेष रूप से बांग्ला भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त करता है।
उन्होंने कहा कि यह अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सम्मान देवीपक्ष के दौरान प्रदान किया गया, जो मां दुर्गा के अपने घर आगमन का प्रतीक है।
सिंह ने कहा, “दुर्गा पूजा एक वैश्विक उत्सव है और यह बंगाल तथा दुनिया भर के बंगालियों के लिए बहुत गर्व की बात है कि यह खबर उत्सव से ठीक पहले आई है।”
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