प्रबंधन ने कहा कानून के मुताबिक मरीज के साथ रहेगा परिवार का एक सदस्य
जलपाईगुड़ी। जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मंगलवार की रात आया मासियों को अस्पताल से बाहर निकाले जाने को लेकर हड़कंप मच गया। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मंगलवार रात जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज के तहत आने वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के विभिन्न वार्डों से आया मासियों को निकाल दिया। आधी रात को मरीज के परिजनों में कोहराम मच गया। इस घटना को लेकर आयामासी की अस्पताल के गार्डों से तीखी नोकझोंक हुई।
अस्पताल परिसर में गहमागहमी शुरू हो गई। तनाव को दूर करने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची। घटना में मेडिकल कॉलेज के उप प्राचार्य डॉ. कल्याण खां ने फोन पर कहा कि कानून के मुताबिक मरीज के साथ परिवार का एक सदस्य रहना चाहिए। किसी भी तरह से आया मासियों या अटेंडेंट रखने का कोई नियम नहीं है। और हम सरकारी कानून का पालन करने के लिए बाध्य हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में हमारा कोई लेना देना नहीं है।
शादी के 3 महीने में ही गृहिणी की रहस्यमय मौत से सनसनी
जलपाईगुड़ी। जलपाईगुड़ी जिले के राजगंज के पनकौरी मोड़ इलाके में एक गृहिणी का शव उसके घर से बरामद होने से इलाके में हड़कंप मच गया। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार मृतका का नाम ईला रॉय (27) है। तीन माह पहले हुई थी शादी। मंगलवार दोपहर करीब साढ़े चार बजे घर के लोगों ने ईला को फांसी पर लटका देखा। पुलिस को सूचना दी गई। राजगंज थाने की पुलिस ने आकर शव को बरामद किया। मृतका के पति जॉर्ज मित्रा ने बताया कि तीन माह पहले उनलोगों ने प्रेम विवाह किया था।
दावा किया जाता है कि शादी के बाद से ही मानसिक समस्याएं विकसित हो गई हैं। इसलिए ईला नियमित रूप से दवा ले रही थी। उसके परिवार वाले सोच भी नहीं सकते थे कि ऐसी घटना हो जाएगी। इस बीच, ईला के पिता बुधन रॉय ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी की मानसिक अस्थिरता के बारे में सुना था। वह यह भी जानता था कि ईला दवा ले रही थी। लेकिन किसी पारिवारिक कलह की खबर नहीं थी। लड़की ने ऐसी घटना क्यों की इस बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।