कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की नेता और सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रतिष्ठित राजपथ का नाम बदलकर ‘कार्तव्य पथ’ करने की केंद्र सरकार की योजना पर कटाक्ष किया है। महुआ ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के नए आधिकारिक आवास का नाम ‘किंकर्तव्यविमूढ़ मठ’ होगा।” आपको बता दें कि इसका शाब्दिक अर्थ ‘घबराया हुआ मठ’ होता है। इंडिया गेट सी-हेक्सागन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा से राष्ट्रपति भवन तक की सड़क और क्षेत्र को कार्तव्य पथ के रूप में जाना जाएगा। आपको बता दें कि इसे लंदन के किंग्सवे की तर्ज पर डिजाइन किया गया था।
ब्रिटिश शासन के दौरान राजपथ को किंग्सवे के रूप में जाना जाता था। आजादी के बाद इसका नाम राजपथ किया गया। अपने हालिया भाषणों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंग्रेजी हुकूमत की मानसिकता को दर्शाने वाले प्रतीकों को हटाने जोर दिया है। हाल ही में नौसेना के झंडे को भी नया रूप दिया गया, जिसपर पहले जार्ज क्रॉस का चिन्ह अंकित था। टीएमसी सांसद ने ट्वीट कर कहा, “मेरा मानना है कि वे राजपथ का नाम बदलकर कार्तव्य पथ कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि वे नए प्रधानमंत्री वास का नाम किंकर्तव्यविमूढ़ मठ रखेंगे।”
पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से सांसद ने सुकुमार रे के हाजाबराला का एक अंश भी साझा किया। इसे बंगाली साहित्य की सर्वश्रेष्ठ बकवास कहानियों में से एक माना जाता है। बच्चों के उपन्यासों में हर चीज को अजीब नाम दिया जाता था। बता दें कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत प्रधानमंत्री आवास को मौजूदा साउथ ब्लॉक के पीछे शिफ्ट किया जाएगा। राजपथ का नाम बदलकर ‘कार्तव्य पथ’ करने की खबरें सामने आने के बाद मोइत्रा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “क्या हो रहा है? क्या बीजेपी ने हमारी संस्कृति और हमारी विरासत को अपने पागलपन में फिर से लिखने के लिए इसे अपना एकमात्र कार्तव्य बना लिया है?” आपको बता दें कि इससे पहले 2015 में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड कर दिया गया था। एक साल बाद रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग कर दिया गया। 2017 में डलहौजी रोड का नाम बदलकर दारा शिकोह रोड कर दिया गया था। अकबर रोड का नाम बदलने के लिए भी कई प्रस्ताव आए हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है।