Holika Dahan 2023, कोलकाता। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. रंगों की होली खेलने से पहले होलिका दहन किया जाता है और इसी दहन के साथ होलाष्टक समाप्त हो जाते हैं। इस साल ये त्योहार आज यानी 7 मार्च को मनाया जा रहा है। होलिका दहन के अगले दिन रंगवाली होली खेली जाएगी। यानी होली का पर्व 8 मार्च को मनाया जाएगा। होलिका दहन के बाद बुझी हुई राख को घर पर लाने की परंपरा है, आइए जानें इसका क्या महत्व है।
पैसों की कमी दूर करने के लिए करें ये उपाय
होली की राख को एक लाल कपड़े में बांधकर और उसके साथ 7 सफेद कौड़ियां लेकर अपने घर की तिजोरी या फिर धन के स्थान में रख दें। ऐसा करने से आपके घर में कभी पैसों की कमी नहीं होती है और मां लक्ष्मी भी प्रसन्न रहती हैं।
घर की इस दिशा में रखें होलिका दहन की राख
वास्तु शास्त्र के अनुसार होली जलाने के बाद इसकी राख को लाकर घर के आग्नेय कोण, यानी दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। आग्नेय कोण को घर में अग्नि तत्व का सही स्थान माना जाता है और यहीं पर अपनी रसोई रखनी चाहिए।
इस दिशा में राख रखने के फायदे
दक्षिण-पूर्व दिशा में होली की राख रखने से व्यापार और व्यावसायिक जीवन में लाभ होता है और व्यक्ति उन्नति के रास्ते पर आगे बढ़ता है। ऐसा करने से घर में सुख-शांति भी बनी रहती है।
शनि दोष से बचने का उपाय
शनि दोष से बचने में भी होली की राख का उपाय सबसे कारगर माना जाता है। इसके लिए आपको करना यह है कि होलिका की राख को जल में मिलाकर हर सोमवार शिवलिंग पर अर्पित करें। कम से कम 7 सोमवार तक ये उपाय करें। ऐसा करने से आपके ऊपर से शनि के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं।
नवविवाहित जोड़े भूलकर भी ना करें ये काम
नवविवाहित जोड़े भूलकर होली की राख के पास न जाएं और न ही किसी प्रकार का तिलक लगाएं, ऐसा करना अशुभ माना जाता है। होलिका दहन के बाद नवविवाहित जोड़े बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लें और छोटों को होली की बधाई दें।
होलिका दहन 2023 का मुहूर्त
होलिका दहन का का शुभ मुहूर्त 7 मार्च की शाम 6 बजकर 24 मिनट से रात 8 बजकर 51 मिनट तक है। इस शुभ मुहूर्त में आप कभी भी होलिका दहन कर सकते हैं। होलिका दहन के अगले दिन रंगवाली होली खेली जाएगी। यानी होली का पर्व 8 मार्च को मनाया जाएगा।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। kolkatahindinews.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।