सिलीगुड़ी। गोरखालैंड की मांग को लेकर एक बार फिर दार्जिलिंग पहाड़ की राजनीति में उथल पुथल मचने की आशंका गहराने लगा है। लेकिन इस बार राज्य के खिलाफ नहीं बल्कि दिल्ली में आंदोलन का गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने आह्वान किया। बिमल गुरुंग ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ सांगठनिक बैठक की उसके बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रमुख ने घोषणा की कि गोरखालैंड की मांग को लेकर दिल्ली में आंदोलन शुरू होगा। गुरुंग ने दावा किया कि हामरो पार्टी के प्रमुख अजय एडवर्ड सहित पहाड़ में विपक्षी राजनीतिक दलों के सदस्य उनके साथ शामिल होंगे।
मोर्चा प्रधान का दावा है कि अलग राज्य की मांग को लेकर वे दिल्ली जाएंगे और धरने पर बैठेंगे कार्यक्रम बहुत जल्द घोषित किया जाएगा। पिछले कई महीनों से बिमल गुरुंग एक बार फिर गोरखालैंड की मांग को बुलंद कर रहे हैं। इस बार उन्होंने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए हमरो पार्टी, जीएनएलएफ जैसी पार्टियों को अपनी ओर खींच लिया है। गुरुंग ने गोरखालैंड की मांग उठाने के अलावा जीटीए को रद्द करने की भी मांग उठाई है।
लंबे समय तक छिपने के बाद बाहर आकर गुरुंग ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के करीब जाने की कोशिश की। इसके बाद वह पहाड़ पर लौट आया। एक बार फिर उनके पैरों तले जमीन पक्की हो गई और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रमुख लगातार गोरखालैंड के लिए आवाज उठा रहे हैं। विमल गुरुंग ने तर्क दिया कि उस दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अलग राज्यों का मुद्दा केंद्र के हाथ में है। इसलिए उन्होंने आंदोलन के लिए दिल्ली जाने का फैसला किया।