Patna : बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। राज्य के 15 जिलों की 20 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है जबकि सात लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि बाढ प्रभवित इलाकों में राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक राज्य के 15 जिलों के 86 प्रखंडों की कुल 570 पंचायतें बाढ़ से आंशिक या पूर्ण रूप से प्रभावित है। वहां की 20 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में है।
आपदा प्रबांन विभाग ने इन जिलों में राहत व बचाव का कार्य तेज कर दिया है। साथ ही सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर पर जल संसाान विभाग के इंजीनियरों के साथ लगातार निगरानी हो रही है। विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पटना के अलावा वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, मुजफरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर और समस्तीपुर जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
इन जिलों में बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की आठ और एसडीआरएफ की नौ टीमों को लगाया गया है। इसके अलावा चार एनडीआरएफ की और पांच एसडीआरएफ की अन्य टीमें दूसरे बाढ़ प्रभावित जिलों में पहले से तैनात हैं। प्रभावित इलाकों में 1948 नावों का परिचालन किया जा रहा है। अधिकारी का कहना है कि जरूरत के अनुसार इन नावों की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है।
अधिकारी ने बताया कि एक लाख 39 हजार से ज्यादा पलीथीन शीट और 27 हजार 387 सूखा राशन पॉकेट बांटे गये हैं। इसके अलावा सभी जिलों में फसल के नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। आकलन होने के बाद किसानों को क्षतिपूर्ति की जाएगी।प्रभावित क्षेत्रों में 31 राहत शिविर और 254 सामुदायिक किचेन का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है।