Kolkata Hindi News : “मोदी जादू” एक बार फिर बिहार के लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हाजीपुर से एनडीए उम्मीदवार चिराग पासवान के लिए प्रचार अभियान के दौरान, मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रमों में अद्भुत ऊर्जा का अनुभव करने का सौभाग्य मिला। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान लोगों में गजब का जोश और उत्साह देखने को मिला।
अपने चहेते और युवा नेता चिराग पासवान को देखने के लिए हर ओर लोगों की लाखों में भिड़ थी। ठीक वैसे ही दुनियां के सबसे मजबूत नेता देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सुनने के लिए जो हुजूम उमड़ा वह जनसैलाब था।
निजी अनुभव और आम लोगों से मिलने के आधार पर कह सकती हूं कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम जनता से व्यक्तिगत रिश्ते जोड़ते है और मोदी जी इसी खासियत से मंत्रमुग्ध हो जाते है। हर ओर अबकी बार चार सौ पार का नारा गूंज रहा है।
लोग उनके आगमन का बड़ी उत्सुकता और उम्मीद से इंतजार करते थे तथा उनकी हर बात पर ध्यान देते थे। मौसम की गर्मी में भी राजनीति तापमान पूर्ण ऊर्जा और उत्साह के साथ प्रधानमंत्री के प्रति लोगों गहरी आस्था और विश्वास को दर्शाता रहा था। एक लोकप्रिय राजनेता के रूप में, मोदी ने प्रचार अभियान के दौरान विशाल जनसमूह को आकर्षित किया। उनके रैलियों और सभाओं में लोगों का हुजूम उनके प्रति लोगों के प्रेम का प्रमाण है।
“मोदी है तो मुमकिन है” – सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि देश भर के लोगों के लिए अब एक विश्वास और मजबूती का बुलंद नारा बन गया है।
प्रधानमंत्री की गारंटी बिहार के मतदाताओं के बीच एक ताकत प्रतीत होती है, जिन्हें विश्वास है कि वह अपने वादों को पूरा करेंगे और राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। सदियों के संघर्ष और दशकों के कांग्रेस शासन के बाद, हमने आखिरकार भगवान राम को अयोध्या में उनके सही सिंहासन पर लाने में सफलता प्राप्त की है।
यह अद्वितीय उपलब्धि बीजेपी के निरंतर प्रयास के साथ हासिल की गई है, जो प्रधानमंत्री मोदी की हिंदू समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता को साबित करता है। विपक्ष के “जिहाद” के प्रयासों और अल्पसंख्यक वोट बैंक की तुष्टीकरण की कोशिशों का भारत की समझदार और जागरूक जनता ने जोरदार जवाब दिया है।
अब समय आ गया है कि सभी हिंदू और भारतीय, जो मोदी की गारंटी में विश्वास करते हैं, सामाजिक बाधाओं और जातिगत विभाजनों को पीछे छोड़ते हुए एकजुट हों और प्रधानमंत्री की रीढ़ बनें। यह एकता चुनाव के अंतिम तीन चरणों में हमारे राष्ट्र के भविष्य की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगी।
कहते हैं कि जैसा करेंगे, वैसा भरेंगे। मुझे आज भी वे दिन याद हैं जब प्रधानमंत्री को अमेरिका की यात्रा के दौरान एयरपोर्ट पर रोका गया था। उन्होंने जो साहस दिखाया और भारत का गौरव वापस लाने की उनकी प्रतिबद्धता केवल भारतवासियों के लिए ही नहीं बल्कि सभी एनआरआई के लिए भी है। कहा जाता है कि मोदी का सीना 56 इंच का है, लेकिन आज उन्होंने हर भारतीय का सीना 56 इंच का बना दिया है।
हमें गर्व होना चाहिए कि हमारे पास एक ऐसा प्रधानमंत्री है जो भारत को वैश्विक मंच पर चमकता हुआ देखता है और “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” जैसे मूल मंत्र की बात करता और सोचता है।
मोदी के कुशल रणनीति और अथक प्रयास ने उन्हें लोकप्रिय राष्ट्रीय नेता से लेकर अंतर्राष्ट्रीय आइकन में बदल दिया है। विकास का उनका वादा मतदाताओं के बीच सशक्त और तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। इस दूरदर्शी अभियान का हिस्सा बनने से मुझे प्रत्यक्ष रूप से यह देखने का मौका मिला कि कैसे मोदी की दृष्टि और नेतृत्व केवल राजनीतिक बयानबाजी नहीं है, बल्कि आने वाले वर्षों के लिए एक वास्तविक आह्वान है, जिस पर कई बिहारवासी विश्वास करते हैं और पूरे दिल से समर्थन करते हैं।
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