कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को कमजोर और बीमार पश्चिम बंगाल (West Bengal) की अधिक खेलता है और वे इस राज्य की अधिक परवाह करते हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से अन्य राजनीतिक दलों की ओर से भाजपा पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के मद्देनजर आवास योजना सहित अन्य केंद्रीय योजनाओं के लिए आवंटित राशि बढ़ाकर अल्पसंख्यकों को रिझाने की कोशिश कर रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष शुक्रवार सुबह की फ्लाइट से अगरतला के लिए रवाना हुए। इससे पहले हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बात करते हुए पश्चिम बंगाल से जुड़े कई मुद्दों पर टिप्पणियां की। उन्होंने अन्य राजनीतिक दलों की ओर से भाजपा पर अल्पसंख्यकों को सरकारी योजनाओं से रिझाने की कोशिशों के आरोप के विषय में कहा कि पश्चिम बंगाल की स्थिति दयनीय है।
इसके बावजूद यहां के लोग टैक्स देते हैं। केंद्र सरकार सबकी सरकार है। ऐसा नहीं है कि बंगाल सभी लाभों से वंचित रहेगा क्योंकि उसने ममता को वोट दिया, यह मोदी की नीति नहीं है। जो बच्चा कमजोर होता है, मां उसकी ज्यादा परवाह करती है। मोदी को कमजोर और बीमार बंगाल की ज्यादा परवाह है। भाजपा सांसद ने आगे कहा कि यह सोचने वाली बात है। इस राज्य में 30 प्रतिशत लोग अल्पसंख्यक हैं।
आजादी के 75 सालों में उन्हें क्या मिला है? वे भी आज इस बारे में सोच रहे हैं। ये 30 प्रतिशत लोग पिछड़े रहेंगे तो राज्य कैसे आगे बढ़ेगा? देश भर में अल्पसंख्यकों के विकास के लिए मोदी जी कितनी योजनाएं बना रहे हैं। गरीब कल्याण योजना से सबसे ज्यादा लाभ गरीब अल्पसंख्यकों को मिला है। उन्हें यहां भाजपा के नाम से डराया जाता है। वे इतने लंबे समय तक शिक्षा और स्वास्थ्य से वंचित रहे। बम बंदूकें उन्हें जानबूझकर सौंपी गई हैं। अब उन्हें सोचना है कि मोदी से लाभ लेना है या दीदी के साथ बेचारा जीवन जिएंगे।